लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर के तिकुनिया में भड़की हिंसा के मामले में पुलिस को महत्वपूर्ण CCTV फुटेज मिले हैं. जिसके बाद माना जा रहा है कि इस मामले में अब जांच को तेजी मिलेगी. इस मामले की छानबीन कर रही पुलिस न सिर्फ गवाहों के बयान दर्ज कर रही है, बल्कि इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों (electronic evidence) को भी एकत्रित कर रही है. जानकारी के अनुसार, पुलिस ने 39 वीडियो सबूत जुटाए हैं. जो इस मामले में पुलिस की बड़ी सहायता कर सकते हैं.
इस मामले के लिए गठित कई जांच समिति इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य जुटाने में तेजी ला रही है. ताकि अदालत में उन्हें पेश किया जा सके. राज्य की योगी सरकार ने लखीमपुर हिंसा के मामले में DIG उपेंद्र अग्रवाल के नेतृत्व में जांच समिति गठित की है और समिति हर बिंदु की जांच कर रही है. समिति एक-एक करके सभी सबूतों को जोड़ रही है, ताकि मौके पर मिले सबूतों को अलग से सूचीबद्ध किया जा सके. समिति इलेक्ट्रॉनिक सबूत, गवाहों के बयान और फोरेंसिक/बैलिस्टिक जांच रिपोर्ट का मिलान कर रही है. ताकि अदालत में मजबूत सबूत पेश कर दोषियों को सजा दिलाई जा सके. इतना ही नहीं समिति आरोपियों के दर्ज बयानों से इन सबूतों का सत्यापन भी करा रही है.
असल में आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद जांच समिति ने साक्ष्यों को एकत्र करने का कार्य तेज कर दिया है. इसके साथ ही सोशल मीडिया में वायरल वीडियो के अलावा जांच कमेटी ने लोगों से वीडियो सबूत उपलब्ध कराने की अपील की थी. समिति ने स्पष्ट कहा था कि जो भी इस मामले में सबूत उपलब्ध कराएगा. उसकी पहचान गुप्त रखी जाएगी और इसका असर अब देखने को मिल रहा है. क्योंकि जिन लोगों के पास वीडियो हैं. वह समिति या पुलिस को उपलब्ध करा रहे हैं. लिहाजा पुलिस अभी तक 39 वीडियो जुटा चुकी है.
जापान के प्रधानमंत्री ने संसद का निचला सदन किया भंग, जल्द होंगे चुनाव
World Food Day: दुनिया भर में भूख से जूझ रहे हैं 82 करोड़ लोग
मुंबई के रियल्टी और अन्य पर छापे के बाद आईटी विभाग ने 184 करोड़ रुपये के काले धन का लगाया पता