पटना: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के 25 वें स्थापना दिवस समारोह में कार्यकर्ताओं को वर्चुअली सम्बोधित करते हुए पार्टी अध्यक्ष और पूर्व सीएम लालू यादव का दर्द छलक पड़ा। लालू यादव ने कहा कि, 'मैं लोगों को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि हम मिट जाएंगे लेकिन झुकेंगे नहीं। वे हमारी सरकार को जंगलराज कहते हैं। हमने तो तवे पर एक ही साइड से पकी रोटी को पलटने का कार्य किया। हमरा राज जंगलराज नहीं जनराज रहा। चरवाहा स्कूल एक सन्देश था कि पेट के साथ शिक्षा का भी प्रबंध हो।'
इसके साथ ही लालू यादव ने अपनी अनुपस्थिति में पार्टी सम्भालने के लिए अपने बेटे तेजस्वी यादव की प्रशंसा भी की। उन्होंने कहा कि 'बिहार में हमारी गैर मौजूदगी में चुनाव हुआ। हम तड़पते रह गए। हमें मलाल है। तेजस्वी से चर्चा होती रहती थी। उसने कहा कि पापा चिंता मत कीजिए। हम लोगों से निपट लेंगे। ' लालू यादव ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के गठन से लेकर अभी तक के संघर्ष के संबंध में विस्तार से अपनी बात रखते हुए कहा कि रामकृष्ण हेगड़े की सलाह से पार्टी का नाम राष्ट्रीय जनता दल (राजद) रखा गया था। पार्टी के स्थापना काल से निरंतर संघर्ष कर रहे हैं।
लालू यादव ने आगे कहा कि समाजवादियों ने संघर्ष छेड़ा कि मंडल कमीशन लागू करो। उस वक़्त की सरकार ने गाड़ी रोककर रास्ते में कुटाई कराई, फिर हम लोग दिल्ली पहुंचे। नारा बुलंद किया कि मंडल कमीशन लागू करो। इंडिया गेट से हम लोगों को अरेस्ट कर लिया गया। हालांकि, बाद में रिहा कर दिया गया।
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