पटना : राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कहा कि इस बार की बाढ़ की स्तिथि 1975 में आई बाढ़ से भी ज्यादा ख़राब है. यादव ने राज्य सरकार से कहा कि बाढ़ से बहुत मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं. फसल बर्बाद हो गई हैं. राहत शिविरों मे पौष्टिक और शुद्ध भोजन पर ध्यान देना चाहिए. पशु चारा का प्रबंध होना चाहिए. लालू ने नागरिकों को सावधानी बरतने के साथ ही सभी राजनीतिक दलों के लोगों को आपसी रंजिश छोड़कर पीड़ितों की सेवा करने की अपील की.
गौरतलब है कि पटना, बक्सर, आरा, छपरा, वैशाली, बेगूसराय, खगडिया, समस्तीपुर, मुंगेर और भागलपुर जिलों में किनारे वाले इलाकों मे गंगा का पानी भर गया है. जान-माल और फसल की बर्बादी बहुत ज्यादा हुई है. नुकसान का मूल्यांकन कराकर रिलीफ कोड के अनुसार प्रभावितों को राहत राशि उनके खाते में सीधे दी जाने की भी मांग की. उन्होंने केन्द्र सरकार और प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी को बिहार के बाढ़ पीडतों पर ध्यान देने को कहा.
लालू ने एमपी के बाणसागर से पानी छोड़े जाने के कारण राज्य में बाढ़ की स्थिति और बिगड़ जाने की बात करते हुए कहा कि सरकार पानी में घिरे लोगों को निकाल कर सुरक्षित जगहों पर पहुंचा रही है. इसके अतिरिक्त निजी रूप से भी बड़ी नावों की व्यवस्था की गई है. आपने पीडितों से अनुरोध किया है कि वे राहत शिविरों मे आ जाएं. शिविरों में सभी तरह की सहायता सुलभ है.
राहत वितरण में जनप्रतिनिधि सहयोग करें. हारे हुए मुखिया और सरपंच, वार्ड सदस्य भी आपसी रंजिश छोड़कर पीड़ितों की सेवा में लगें. बांटी जा रही है सामग्री सही हाथों तक पहुँचाने में मदद करें.लालू ने लोगों को इस विपदा की घड़ी में धैर्य बनाए रखने, सावधानी बरतने और तेज हवा के चलते छोटी नाव से गंगा पार नहीं करने की भी अपील की.