पटना: बिहार के बक्सर जिले के अंतर्गत आने वाले चौसा गांव में गंगा नदी में मिल रहे शवों और उनको दफनाने के मुद्दें को लेकर अब राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष और बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद ने नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए हिंदुत्व के मुद्दे को भी हवा देने की कोशिश की है।
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने अलग-अलग अखबारों की कटिंग को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा कि 'जीते जी दवा, ऑक्सीजन, बेड और ईलाज नहीं दिया। मरने के बाद लकड़ी, दो गज कफ़न और जमीन भी नसीब नहीं हुआ। दुर्गति के लिए शवों को गंगा में फेंक दिया। कुत्ते लाशों को नोच रहे हैं। हिंदुओं को दफनाया जा रहा है। कहांं ले जा रहे हैं देश और इंसानियत को?'।
जीते जी दवा, ऑक्सीजन, बेड और ईलाज नहीं दिया। मरने के बाद लकड़ी, दो गज कफ़न और ज़मीन भी नसीब नहीं हुआ।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) May 12, 2021
दुर्गति के लिए शवों को गंगा में फेंक दिया। कुत्ते लाशों को नोच रहे है। हिंदुओं को दफ़नाया जा रहा है। कहाँ ले जा रहे है देश और इंसानियत को?? pic.twitter.com/IZANEgbz8k
इसके साथ ही उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि 'कोरोना और बिहार सरकार में कुछ समानताएँ है, दोनों जन जीवन के लिए ख़तरनाक हैं और दोनों अदृश्य (नज़र नहीं आते) है।' बता दें कि बिहार के बक्सर जिले में गंगा किनारे शव मिलने पर नीतीश सरकार को पटना उच्च न्यायालय ने फटकार लगाई है। उच्च न्यायालय ने गंगा नदीं में पाए गए शवों के मामले पर नीतीश सरकार से गुरुवार तक जवाब तलब किया है। बता दें कि पटना उच्च न्यायालय में राज्य में कोरोना महामारी के मामले पर सुनवाई लगातार जारी है।
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