भागलपुर: राजनीति में सियासी दांव पेच चलते रहते हैं. कभी नाव गाड़ी पर आती है. तो कभी गाड़ी नाव पर ऐसा ही कुछ नज़ारा इन दिनों बिहार में देखने को मिल रहा है. जहाँ रेलवे होटल घोटाले, बेनामी संपत्ति और चारा घोटाले से जूझ रहे राजद प्रमुख लालू यादव को बिहार का बहुचर्चित सृजन घोटाला एक हथियार के रूप में मिल गया है. जिसे इस्तेमाल करते हुए उन्होंने भागलपुर के सैंडिस मैदान में जनसभा आयोजित की है. जहां से वह नीतीश सरकार पर हमला करेंगे.
दरअसल सरकार से अलग होने के बाद लालू के लिए सृजन घोटाला विरोध के लिए एक सहारा बनकर उभरा है. जिसके जरिये वह भाजपा-जदयू की नीतीश कुमार व सुशील मोदी (सुमो) की नई सरकार को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं. बता दें कि भागलपुर में हो रही इस जनसभा का 'सृजन के दुर्जनों की विसर्जन महासभा' का नाम दिया गया है.
ज्ञातव्य है कि बिहार की महागठबंधन सरकार की सत्ता से राजद के बेदखल होने के बाद से ही भाजपा-जदयू की सरकार से लालू-तेजस्वी बेहद नाराज है. सृजन को सबसे बड़ा घोटाला बताकर इस हथियार बनाकर लालू अपने समर्थकों की सहानुभूति अपने पक्ष में कर नई जमीन तैयार कर रहे हैं.
पता ही है कि जब से लालू परिवार सत्ता से बेदखल हुआ है तब से वह नीतीश कुमार और सुशील मोदी को निशाना बना रहे है. लालू के बेटे तेजस्वी भी सृजन घोटाले को लेकर नीतीश सरकार पर लगातार हमले कर यह युवा नेता प्रतिपक्ष बहुत सक्रिय हैं. इससे पूर्व तेजस्वी ने 27 अगस्त को पटना के गांधी मैदान में भाजपा भगाओ रैली आयोजित कर चुके हैं.
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