नई दिल्ली : तिब्बत के धर्मगुरू दलाई लामा अरूणाचल प्रदेश आ सकेंगे। इसे लेकर केंद्र सरकार ने अपनी स्वीकृति दे दी है। तिब्बती समुदाय के धर्मगुरू दलाई लामा के अरूणाचल प्रदेश दौरे को लेकर हरी झंडी दे दी गई है। उनके द्वारा कहा गया है कि यह दौरा आगामी वर्ष के प्रारंभ में प्रस्तावित है। हालांकि माना जा रहा है कि दलाई लामा के अरूणाचल दौरे को लेकर चीन अपनी आपत्ती ले सकता है। मगर यह स्पष्ट कर दिया गया है कि भारत का ही एक अभिन्न भाग अरूणाचल प्रदेश है।
दरअसल चीन द्वारा भारत में अमेरिकी राजदूत रिचर्ड वर्मा के तवांग दौरे को लेकर विरोध जताया गया था। ऐसे में माना जा रहा है कि वह दलाई लामा का विरोध भी जता सकता है। दरअसल 1959 में वर्तमान दलाई लामा तवांग के माध्यम से भारत आए थे।
चीन को लेकर भारत अधिक परेशान नहीं है क्योंकि भारत यह तर्क देता रहा है कि अरूणाचल प्रदेश भारत का ही है और भारत को अपने क्षेत्र में निर्णय लेने की स्वतंत्रता है। गौरतलब है कि तिब्बती समुदाय के लोग चीन के अत्याचारों के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस 10 दिसंबर पर विरोध जताते हैं।