मुंबई: महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में गुरुवार (20 जुलाई) सुबह हुए भूस्खलन से कम से कम 5 लोगों की मौत हो गई और कई लोग फंस गए, जिससे लगभग 48 परिवार प्रभावित हुए। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने गुरुवार को कहा कि मलबे के अंदर कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। NDRF ने कहा कि 2 टीमें मौके पर पहुंचीं और तलाश एवं बचाव अभियान चलाया।
रिपोर्ट के अनुसार, रायगढ़ में खालापुर तहसील के इरशालवाड़ी गांव में भूस्खलन हुआ, जिससे 48 परिवार प्रभावित हुए। रायगढ़ पुलिस ने कहा कि, 'अब तक, हमने 22 लोगों को बचाया है। अभी भी कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। फिलहाल पुलिस और जिला प्रशासन के 100 से ज्यादा अधिकारी बचाव कार्य में लगे हुए हैं। हमें एनडीआरएफ, स्थानीय लोगों और कुछ गैर सरकारी संगठनों से मदद मिल रही है।' जानकारी के अनुसार, आदिवासी गांव में भूस्खलन की वजह से कम से कम 48 परिवार प्रभावित हुए हैं। सीएम एकनाथ शिंदे बचाव अभियान का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंच गए हैं। इस बीच रायगढ़ में चल रहे बचाव अभियान का जायजा लेने के लिए डिप्टी सीएम अजित पवार आपातकालीन नियंत्रण कक्ष पहुंचे।
डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़नवीस ने दुख व्यक्त किया और भूस्खलन के पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि, 'इस घटना के बारे में जानने के बाद मैं कल रात से ही स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हूं। NDRF की दो टीमें तुरंत मौके पर पहुंच गई हैं और दो और टीमें जल्द ही पहुंच रही हैं।' उन्होंने कहा कि शुरुआत में भारी बारिश और अंधेरे के कारण राहत कार्य में बाधा आई, लेकिन अब इसमें तेजी आ रही है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यहां कुल 48 परिवार हैं। लगभग 75 लोगों को निकाला गया है और अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है। घायलों के तत्काल उपचार की व्यवस्था की गई है। राज्य सरकार वारिसों को हर संभव मदद प्रदान करेगी। मृतकों और घायलों के इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी। हम स्थिति और बचाव कार्यों पर लगातार नजर रख रहे हैं।' इस बीच, महाराष्ट्र के मंत्री उदय सामंत और दादा भुसे स्थिति का जायजा लेने के लिए रायगढ़ के खालापुर के इरशालवाड़ी पहुंचे।
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