नई दिल्ली: दक्षिण पूर्व एशिया में स्थित एक देश लाओस पीडीआर (लाओ पीपुल्स डेमोक्रेटिक रिपब्लिक) ने अयोध्या के श्री राम लला को दर्शाते हुए एक डाक टिकट जारी किया है। इस तरह श्री राम पर डाक टिकट पर प्रदर्शित करने वाला वो विश्व का पहला देश बन गया है। यह जारी करना भारत के विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर की यात्रा के साथ हुआ है, और लाओस पीडीआर और भारत के बीच गहरे सभ्यतागत और सांस्कृतिक संबंधों को रेखांकित करता है।
बता दें कि, भगवान राम के बाल रूप को दर्शाती श्री राम लला की मूर्ति अयोध्या में राम मंदिर का एक महत्वपूर्ण तत्व है। काले पत्थर से बनी यह मूर्ति 51 इंच ऊंची है और इसे 22 जनवरी, 2024 को मंदिर के गर्भगृह में औपचारिक रूप से रखा गया था। बता दें कि, लाओस एक स्थल-रुद्ध देश है जिसकी उत्तर दिशा में चीन और उत्तर-पूर्व तथा पूर्व दिशा में वियतनाम स्थित है। लाओस के दक्षिण में कंबोडिया, पश्चिम में थाईलैंड और उत्तर-पश्चिम में म्यांमार स्थित है। लाओस को भारत के विस्तारित पड़ोस का हिस्सा माना जाता है, केवल म्यांमार ही इसे भारत के उत्तर-पूर्व से अलग करता है।
भारत के विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर और लाओस पीडीआर के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री सलीमक्से कोमासिथ ने लाओस की राजधानी वियनतियाने में एक समारोह के दौरान संयुक्त रूप से विशेष स्मारक डाक टिकट का अनावरण किया। लाओस में भारत के राजदूत प्रशांत अग्रवाल भी इस कार्यक्रम में मौजूद थे, जो डॉ जयशंकर की आसियान बैठकों के लिए दक्षिण-पूर्व एशियाई देश की यात्रा के दौरान हुआ था। बौद्ध धर्म और हिंदू धर्म लंबे समय से भारत और लाओ पीडीआर के बीच एक मजबूत सेतु के रूप में काम करते रहे हैं, भारत इन दोनों धर्मों का जन्मस्थान है और इनसे जुड़े कई महत्वपूर्ण स्थल यहां स्थित हैं, जिनका दक्षिण-पूर्व एशिया में काफी प्रभाव है। लाओस में, रामायण को रामकियेन या फ्रा लाक फ्रा राम की कहानी के रूप में जाना जाता है और इसे अक्सर शुभ अवसरों पर प्रदर्शित किया जाता है।
'हाँ, चक्रव्यूह जरूर बनाया है, लेकिन..', राहुल गांधी के बजट भाषण पर केंद्रीय मंत्री ने किया पलटवार
सीएम योगी ने ऐसा क्या कह दिया, जो अखिलेश-शिवपाल और डिंपल यादव ने एकसाथ कर दिया पलटवार !