भुवनेश्वर: ओडिशा के गंजम जिले में एक तालाब में बड़ी मात्रा में विभिन्न प्रजातियों की सड़ी-गली मछलियां तैरती हुई पाई गई हैं. अधिकारियों ने शनिवार को इस सम्बन्ध में जानकारी दी है. गंजम के जिला मत्स्य अधिकारी प्रमोद राउत ने कहा कि हो सकता है कि हाई कार्बन वाले तालाब में ऑक्सीजन का लेवल कम होने या प्रदूषण के कारण मछलियों की मौत हुई हो.
बरहामपुर के कृष्णा नगर में तालाब में हुई मौतों की सही वजह अभी पता नहीं चल पाई है. वहीं मत्स्य अधिकारियों ने भी मौतों के पीछे जहर देने से मना नहीं किया. स्थानीय लोगों ने कहा कि मरी हुई मछलियां गुरुवार को नज़र आई थी और शुक्रवार को इनकी संख्या बढ़ गई. तक़रीबन एक क्विंटल वजन की सड़ी हुई मछलियों से दुर्गंध आने से पूरे क्षेत्र में फैल गई. राउत ने कहा कि हमने मृत मछलियों के सैम्पल्स, साथ ही तालाब के पानी को लैबोरेट्री टेस्ट के लिए इकट्ठा किया है, ताकि मौतों के सही वजह का पता लगाया जा सके. अधिकारी ने कहा कि चूंकि जिला मत्स्य कार्यालय में कोई टेस्ट सुविधाएं नहीं हैं, इसलिए सैम्पल्स रंगीलुंडा में ओडिशा कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मत्स्य कॉलेज में भेजे जाएंगे.
मत्स्य अधिकारियों ने स्थानीय लोगों को सलाह दी है कि टेस्ट रिपोर्ट आने तक मरी हुई मछलियों को न लाएं और न ही तालाब के पानी का इस्तेमाल करें. राउत ने कहा कि हम बरहामपुर नगर निगम कमिश्नर से मरी हुई मछलियों को दफनाने का आग्रह करेंगे. स्थानीय लोगों ने कहा कि पहले तालाब में मछली की खेती पट्टेदार द्वारा की जाती थी, किन्तु गत वर्ष तालाब में मछली की खेती नहीं की गई थी.
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