हरिद्वार: 27 अप्रैल को होने वाले शाही स्नान के लिए मेला प्रशासन ने पूरी तरह से कमर कस ली हैं. अखाड़ों से बातचीत करने के बाद अखाड़ों के स्नान का समय भी तय कर दिया गया है. अखाड़े 14 अप्रैल के शाही स्नान के क्रम में ही इस बार भी स्नान करेंगे. वहीं, कोरोना वायरस महामारी की वजह से संतों और श्रद्धालुओं की तादाद काफी कम रहने की उम्मीद है.
इस स्थिति के मद्देनज़र मेला प्रशासन ने नया ट्रैफिक प्लान लागू नहीं किया है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, चैत्र पूर्णिमा पर होने वाला हरिद्वार कुंभ का अंतिम शाही स्नान अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की तरफ से निर्धारित क्रम के मुताबिक ही होगा. शाही स्नान के दौरान अखाड़ों के आने वाले रास्तों को भी ब्लॉक नहीं किया जाएगा. हाई वे पर आवागमन यथावत रहेगी. इसके साथ ही सभी अखाड़ों से अपील की गई है कि, वह स्नान को प्रतीकात्मक रूप से ही मनाएं. कम से कम तादाद में ही संत स्नान के लिए पहुंचे.
सीओ ट्रैफिक कुंभ प्रकाश देवली ने बताया है कि 27 अप्रैल को शाही स्नान के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. खासकर ट्रैफिक प्लान भी पिछले स्नानों का ही लागू किया जाएगा और हाई-वे को इस दफा ब्लॉक नहीं किया जाएगा. सड़क मार्गों पर आवागमन पूर्व की तरह ही रहेगा. उन्होंने बताया कि, अखाड़ों के आने के वक्त पर ही आवश्यकता पड़ने पर ट्रैफिक रोका जाएगा.
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