बॉलीवुड की महान सिंगर और अपने सुरों और आवाज़ से सबको मदहोश कर देने वाली लता मंगेशकर के बारे में बताय जाता है कि वह बचपन से ही बड़ी शरारती हैं. लता मगेशकर का कहना है कि बचपन से ही वह काफी एनर्जेटिक, नटखट और जोश और ख़ुशी के भरपूर थी, जिसके कारण उनकी माँ को उन्हें रोक पाना काफी मुश्किल हो जाया करता था.
रविवार के दिन मदर्स डे के उपलक्ष में लता ने अपनी माँ को याद करते हुए कहा कि, उनकी माँ ही उनके लिए जीवन की सबसे पहली समर्पित श्रोता थी. लता बताती हैं कि उनका रसोईघर बहुत बड़ा हुआ करता था, जहां मेहमानों के लिए खाना बनता था. उछल-कूद करते हुए लता वहाँ पहुंच जाती और अपनी माँ को अपना गीत सुनाने की जिद करती. काम में लगे होने के बावजूद उनकी माँ उन्हें वहाँ से जाने के लिए कहती थी, लेकिन लता की ज़िद के आगे वह घुटने टेक देती थी और गाना सुनने के लिए तैयार हो जाती थी.
लता ने आगे बताया कि उनकी माँ एक ऐसी शख्स थी जिनके सामने गाना गाने के दौरान उन्हें श्रोताओं का ध्यान अपनी ओर लगाए रखने के महत्व का अहसास हुआ. गायिका बताती हैं कि उनकी माँ ने कभी भी उनकी बहनों और एक इकलौते भाई के बीच में कभी भेदभाव नहीं किया. लता ने बताया कि, "सच यह है कि घर की सारी महिलाएं हमारे इकलौते भाई के लिए सामूहिक रूप से मां बन गईं."
बॉलीवुड और हॉलीवुड से जुडी चटपटी और मज़ेदार खबरे, फ़िल्मी स्टार की जिन्दगी से जुडी बातें, आपकी पसंदीदा सेलेब्रिटी की फ़ोटो, विडियो और खबरे पढ़े न्यूज़ ट्रैक पर
मदर्स डे के मौके पर लता ने शेयर की अपनी माँ से जुड़ी यादों को
अनुष्का को एक दिन बाद याद आया मदर्स डे, फोटो शेयर करने पर हुई ट्रोल
मदर्स डे पर इन टीवी कलाकारों को याद आई 'माँ', शेयर की इमोशनल तस्वीरें