अलवर: राजस्थान के अलवर जिले में हुई मोब लिंचिंग की घटना ने सारे देश को हिला कर रख दिया है, राजनितिक हस्तक्षेप के बाद से इस मामले ने और तूल पकड़ लिया है. जहाँ विपक्ष ने केंद्र सरकार को इसके लिए जिम्मेदार बताया था, वहीँ सत्तारूढ़ बीजेपी के विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने यह कहते हुए मामले को नया मोड़ दे दिया कि अकबर की मौत भीड़ द्वारा पीटे जाने से नहीं, बल्कि पुलिस हिरासत में दी गई यातना से हुई है.
मोब लिंचिंग के लिए पीएम मोदी जिम्मेदार- केंद्रीय मंत्री
हालाँकि, जब आहूजा के इस बयान पर विवाद बढ़ गया तो उन्होंने वापिस अपने बयान से पलटते हुए कहा कि "भीड़ को कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए, अगर कुछ अनुचित हो रहा है तो तुरंत उसकी सुचना पुलिस को देना चाहिए.' साथ ही अपने पिछले बयान पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि उनके सूत्रों ने बताया था कि पुलिस अकबर को भीड़ से बचाकर अपने साथ ले गई और उसके बाद उसकी मौत हुई.
अलवर: गौ तस्करी के आरोप में एक और हत्या
हालाँकि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अधिकारीयों को सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं. स्थानीय सूत्रों के अनुसार अभी तक पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, अभी जाँच पड़ताल जारी है. आपको बता दें कि अलवर में अकबर खान नामक एक व्यक्ति को भीड़ ने गौ तस्करी करने के शक में पीट-पीटकर मार डाला था.
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