नई दिल्ली: पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के मुख्य आरोपी हीरा कारोबारी नीरव मोदी पर देश के सबसे बड़े बैंक घोटाले को अंजाम देने का आरोप है, नीरव पर बैंक के हज़ारों करोड़ रूपए हज़म कर, विदेश भाग जाने का मामला भी अदालत में विचाराधीन है. इसी कर्ज की वसूली के लिए भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसियां, नीरव की चल-अचल संपत्ति को जब्त कर कर्ज की रकम पूरा करने में लगी हुई है.
इसी कारण नीरव मोदी की कंपनी ने अमेरिका में दिवालिया घोषित होने की चिट्ठी डाली थी, लेकिन उसके बाद अमेरिकी ट्रस्टी विलियम के. हैरिंगटन का दावा है कि दिवालिया घोषित करने की अपील के बावजूद नीरव मोदी अपने कर्मचारियों को बोनस देना चाहता है. साथ ही विलियम ने इस बात पर आपत्ति भी उठाई है. उन्होंने अपने प्रस्ताव में कहा है कि नीरव मोदी की कंपनी दिवालिया होने की प्रक्रिया से गुजर रही है, साथ ही इस कंपनी का मालिक भारत के एक बड़े बैंक घोटाले में लिप्त है, ऐसे में बोनस की बातें सहीं नहीं है.
विलियम ने बताया कि नीरव मोदी की फायरस्टार डायमंड इंक, ए जेफ और सिनर्जिस कॉर्पोरेशन ने न्यूयॉर्क कोर्ट में दिवालिया होने के लिए अर्जी लगा रखी थी, वहीं अब कंपनी अपने कर्मचारियों को करीब 230000 यूएस डॉलर तक का बोनस भी देना चाहती है. इस मामले में अब 2 मई को अगली सुनवाई होगी.
पीएनबी नीरव मोदी के खिलाफ हांगकांग हाई कोर्ट पहुंचा
पीएम मोदी के चीन पहुंचने से पहले ही नीरव फरार हुआ
गांधीगिरी से हर माह 150 करोड़ वसूलेगा पीएनबी