उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की जातिवादी छवि दिन पे दिन सामने आ रही है. यूपी के मुख्यमंत्री वैसे तो देश के सामने बड़ी-बड़ी बातें करते पाए जाते है लेकिन इसके विपरीत उत्तरप्रदेश के दलित नेताओं के अनुसार वह मुखौटा लगाकर चलते है जिसके पीछे एक ऐसा नेता छुपा हुआ है जो आजादी के इतने सालों बाद भी जातिवाद को मानता है. अब एक बार फिर योगी के खिलाफ बीजेपी के ही दलित सांसद ने नाराजगी ज़ाहिर कर पीएम को खत लिखा है.
यूपी के बहराइच से सांसद सावित्री बाई फुले के बाद अब रॉबर्ट्सगंज लोकसभा सीट से बीजेपी के दलित सांसद छोटेलाल खरवार ने योगी की शिकायत खत के जरिए पीएम से की है, जिसमें उन्होंने लिखा है मुख्यमंत्री के पास जब भी कुछ समस्या लेकर जाते है तो वो डांटकर भगा देते है. नौगढ़ वन क्षेत्र में अवैध कब्जे की शिकायत मुख्यमंत्री समेत कई लोगों से की, लेकिन कार्रवाई की बजाय अधिकारियों ने मेरे घर को ही वन क्षेत्र में डाल दिया. राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के आदेश पर दोबारा जांच में सच सामने आया कि मेरा घर वन क्षेत्र में नहीं है.
वहीं कुछ दिन पहले संविधान की रक्षा न कर पाने और आरक्षण को लेकर बीजेपी सांसद सावित्री बाई फुले ने योगी के खिलाफ आंदोलन किया था, इतना ही नहीं योगी इससे पहले दलितों की बस्ती का दौरा करने से पहले दलितों को नहाने के लिए अधिकारीयों के द्वारा साबुन पंहुचा चुके है, इसके साथ ही कई ऐसे मुद्दे है जो योगी की जातिवादी मानसिकता को दर्शातें लेकिन जनता के सामने नहीं आ पाते.
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