इंदौर लोकायुक्त पुलिस ने शनिवार को महू के आंबाचंदन गांव के एक पटवारी रोहित ठाकुर को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों धर लिया. पटवारी ने फरियादी से कोर्ट द्वारा दिए गए जमीन पर कब्जे के आदेश को रोकने का झांसा देकर एक लाख रुपए की डिमांड की थी. जानकारी के मुताबिक फरियादी रिश्वत की पहली किश्त के रूप में 50 हजार रुपए लेकर पटवारी के पास पहुंचा था. हालांकि आरोपी ने जैसे ही रुपए हाथ में लिए, लोकायुक्त की टीम ने मौके पर पहुँच उसे धर दबोचा.
इस मामले पर लोकायुक्त डीएसपी प्रवीण सिंह बघेल ने जानकारी देते हुए बताया कि फरियादी रमेश पाटीदार ने शिकायत की थी कि आंबाचंदन गांव का पटवारी रोहित ठाकुर उससे एक लाख रुपए की रिश्वत मांग रहा है. रमेश ने बताया कि उसका इंदौर निवासी आशाबाई और शारदाबाई से 7 बीघा जमीन को लेकर तहसील न्यायालय में केस चल रहा है. 22 फरवरी को न्यायालय ने फैसला आशाबाई के पक्ष में सुनाया था.
फरियादी रमेश ने पुलिस को बताया कि, 'कोर्ट से डेट मिलने के बाद मैं पटवारी ठाकुर से मिला और उसने आशाबाई को कब्जा 5 मार्च तक नहीं देने का आग्रह किया. इस पर पटवारी ने कहा कि तुम मुझे एक लाख रुपए दे दो, मैं कब्जा आदेश का पालन नहीं होने दूंगा. जब मैंने इतने रुपए एक साथ नहीं दे पाने की बात कही तो उन्होंने दो किश्तों में रुपए देने की बात कही.' इस मामले पर पुलिस ने पटवारी के खिलाफ भ्रष्ट्राचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
भव्य होली की तैयारियों को देखने योगी मथुरा पहुंचे
रोहिंग्या की तबाही में म्यांमार का हाथ: ह्यूमन राइट्स
इन्हे कहा जाता है बांग्लादेश की सनी लियोन