विश्व फार्मासिस्ट दिवस हर वर्ष 25 सितंबर को विश्व भर में मनाया जाता है। ये विश्व में सेहत में सुधार के लिए फार्मेसी पेशे के दाम को दर्शाने के लिए मनाया जाता है। इस्तांबुल, तुर्की में एफआईपी काउंसिल ने 25 सितंबर को 2009 में विश्व फार्मासिस्ट दिवस घोषित किया था। वही ये विश्व में जागरूकता बढ़ाने के लिए किया जाता है। एफआईपी इस दिन पर फार्मासिस्टों से अपील करता है कि वो ऐसे आयोजन करें जिससे व्यक्तियों को सेहत में फार्मासिस्ट की भूमिका की जानकारी मिले।
वही एफआईपी का अर्थ है अंतर्राष्ट्रीय फार्मास्यूटिकल फेडेरेशन। ये वैश्विक तौर पर फार्मेसी और फार्मास्यूटिकल साइंस का प्रतिनिधित्व करने वाला संगठन है। इस गैर सरकारी संगठन की स्थापना 1912 में हुई थी। इसका मुख्यालय नीदरलैंड में है। दुनिया की स्वास्थ्य निगरानी, आवश्यक्ताओं तथा अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए फार्मेसी पेशे का विकास करें। साथ ही अपने 140 राष्ट्रीय संगठनों, शिक्षण संस्थान तथा व्यक्तिगत सदस्यों के माध्यम से दुनिया भर में चार मिलियन फार्मासिस्ट और फार्मास्युटिकल वैज्ञानिकों का प्रतिनिधित्व करना।
वही अध्यक्ष डॉ कारमेन पेना, फार्मा डी ने कहा कि हम इस बात को दिखाना चाहते हैं कि फार्मासिस्ट कई अलग-अलग सेटिंग्स में स्वास्थ्य देखभाल की रीढ़ हैं। वहीं लोगों के इस ज्ञान को विज्ञान और अनुसंधान के माध्यम से लागू किया जाना चाहिए। उनके ज्ञान से अगली पीढ़ी को शिक्षित किया जाए और मरिजों की जरूरतों को सेवाओं में बदला जाए। इसी के साथ हमारा जागरूक होना बेहद ही आवश्यक है।
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