नई दिल्ली: देशभर में बुधवार को जरुरी वस्तुओं तथा दवाओं के बढ़ रहे भाव पर लेफ्ट पार्टी देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करेंगी। इस बात की खबर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी)-लिबरेशन समेत वाम दलों ने रविवार को एक संयुक्त बयान में दिया।
पार्टियों द्वारा दिए गए बयान के मुताबिक, बढ़ती मंहगाई पर होने वाला ये विरोध 16 जून को आरम्भ होगा तथा 30 जून को ख़त्म होगा। विरोध प्रदर्शन में पार्टियां केंद्र सरकार से ईंधन के बढ़े हुए दामों को वापस लेने तथा जरुरी वस्तुओं और दवाओं के दामों को नियंत्रित करने की मांग करेगी। वाम दलों ने आरोप लगाया कि सभी जरुरी वस्तुओं के दामों में इस प्रकार की बढ़ोतरी से लोगों की आजीविका पर प्रभावित हो रही है। उन्होंने कहा महामारी के इस समय में जनता को कोरोना स्वास्थ्य तबाही के कहर से निपटने में सहायता करने की जगह नरेंद्र मोदी सरकार ने पेट्रोलियम उत्पादों के दामों में कम से कम 21 गुना का इजाफा किया है।
वही वाम दलों के संयुक्त बयान में लिखा गया है प्रदेश में खाने के सामानों के दामों में अप्रैल महीने में तकरीबन 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। प्राथमिक वस्तुओं में 10.16 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है तथा मैन्यूफैक्चर्ड उत्पादों में 9.01 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। जब तक ये वस्तुएं खुदरा बाजारों में पहुंचती हैं, तब तक उपभोक्ताओं से बेहद ज्यादा पैसे लिए जाएंगे।
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