हरिद्वार: हाल ही में हरिद्वार के भेल क्षेत्र में बीते शुक्रवार यानी 10 जनवरी 2020 की रात फिर से गुलदार ने दस्तक दी. गुलदार ने यहां एक मजदूर को अपना भोजन बना लिया. मजदूर का शव भेल के मटीरियल गेट के पास जंगल में पड़ा मिला. शव की पहचान सुकराम निवासी ग्राम हेतमपुर के रूप में हुई. जंहा यह बताया गया कि सुकराम मजदूरी करता था और शुक्रवार को घर नहीं लौटा था. परिजनों ने तलाश की तो रास्ते में उसकी जैकेट पड़ी मिली. फिर पुलिस को लेकर तलाश की तो उसका शव जंगल से बरामद हुआ. इस घटना से क्षेत्र में दहशत का महौल है. लोगों ने वन विभाग से गुलदार को पकड़ने की मांग की है.
आदमखोर गुलदार को मारने के लिए शूटर्स ने संभाला मोर्चा: सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार श्रीनगर में तहसील कीर्तिनगर के अंतर्गत धारी गांव में आदमखोर गुलदार द्वारा महिला को मारे जाने के बाद यहां शिकारियों और वन विभाग की टीम ने मोर्चा संभाल लिया है. गांव में पिंजड़े लगा दिए गए हैं. वहीं, मृतका का शुक्रवार को गमगीन माहौल में दाह संस्कार किया गया. वह अपने पीछे तीन बच्चे छोड़ गई है. वहीं बीते गुरूवार को टिहरी जिले के धारी गांव में गुलदार ने गांव के समीप स्थित जंगल में एक महिला कल्पेश्वरी देवी (45) को मार डाला. वहीं महिला का शव देर रात गांव से मात्र 100 मीटर दूर सरकारी स्कूल के समीप बरामद हुआ. प्रधान धारी सोहन पांडे ने बताया कि महिला के पति की लगभग 12 साल पहले मौत हो चुकी है.
वहीं इस बात का पता चला है कि मां के चले जाने से बच्चों के समक्ष जीवन यापन की समस्या खड़ी हो गई है. उन्होंने वन विभाग से मुआवजे के साथ ही अन्य राहत देने की मांग की. इधर, रेंजर माणिकनाथ देवेंद्र पुंडीर ने बताया कि रुद्रप्रयाग वन प्रभाग की ओर से पूर्व में ही गुलदार को मारने की अनुमति ली गई है. जंहा अनुमति के आधार पर शिकारी जॉय हुकिल और विभागीय शूटर बलवीर पंवार को क्षेत्र में तैनात किया गया है. यह भी कहा जा रहा है कि गांव में पिंजड़े भी लगाए गए हैं. उन्होंने बताया कि नियमानुसार पीड़ित परिवार को तीन लाख रुपये अनुग्रह राशि के तौर पर दिए जाएंगे.
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