आज की लाइफ में हर कोई अपनी नींद को कुर्बान कर रहा है. इसके पीछे का कारण इलेक्ट्रॉनिक चीज़ें हो सकती हैं. ऐसे में आपके लिए नींद पूरी करना बेहद जरुरी है. शोधकर्ताओं का कहना है कि जो लोग सात घंटे से कम नींद लेते हैं, उनमें दिल की बीमारी (सीवीडी) और कोरोनरी हृदय रोग विकसित होने का खतरा ज्यादा रहता है. अगर आप कम सोते हैं तो आपको इसके अलावा और भी कई बीमारी हो सकती है. वे लोग जो प्रति रात सात घंटे से कम सोते हैं, उनके शरीर के तीन नियामकों या माइक्रोआरएनए का रक्त स्तर निम्न होता है.
ये है वजह
माइक्रोआरएनए जीन अभिव्यक्ति को प्रभावित करते हैं और संवहनी के स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. अमेरिका में कोलोराडो विश्वविद्यालय के प्रोफेसर क्रिस्टोफर डेसूजा ने कहा, “यह शोध एक नए संभावित तंत्र की ओर इशारा करता है, जिसके अनुसार नींद दिल के स्वास्थ्य और समग्र शरीर क्रिया विज्ञान को प्रभावित करती है.”
अपनाएं ये टिप्स तो आएगी बेहतर नींद
अपने सोने और जगने का वक्त तय कर लें. जब तक बहुत जरूरी न हो, इसमें कोई बदलाव न करें. इससे आपको सही वक्त पर नींद आएगी और खुलेगी.
बिस्तर पर सोने जाने से पहले कॉफी न पिएं. सोने के वक्त से 4 से 6 घंटे पहले तक कैफीन वाली दूसरी चीजें- चाय, सोडा, चॉकलेट ड्रिंक आदि से भी बचें.
रोज नियमित तौर पर एक्सरसाइज करें, लेकिन बिस्तर पर जाने से ठीक पहले ऐसा बिलकुल न करें.
अपने शरीर के हिसाब से आरामदायक बिस्तर पर सोएं. अगर बिस्तर की वजह से आपकी नींद में बाधा आती हो, तो आप इसमें बदलाव करें.
सोने के लिए और सेक्स के लिए बिस्तर तय कर लें. आपके दिमाग में यह सिग्नल जाना चाहिए कि यह बिस्तर सोने के लिए है, तब आपको नींद भी खुद ही आ जाएगी.
सोने से पहले गर्म दूध पी सकते हैं. केले भी ले सकते हैं. इससे नींद अच्छी आती है.
सोने से पहले तनावमुक्त होने के उपाय करें. गहरी सांस लेना, प्राणायाम आदि का सहारा ले सकते हैं.
सोने से पहले हल्के गर्म पानी से स्नान कर सकते हैं. कुछ मिनट तक किताबें आदि भी पढ़ सकते हैं.
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