एलआईसी, बीमा कंपनी ने मंगलवार को घोषणा की कि उसने अपने बड़े प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) से पहले एंकर निवेशकों, ज्यादातर घरेलू संस्थानों से 5,627 करोड़ रुपये से थोड़ा अधिक जुटाया है।
बीमाकर्ता ने एक्सचेंजों को सुबह फाइलिंग में कहा कि उसका हिस्सा (5,92,96,853 इक्विटी शेयर) 949 रुपये प्रति इक्विटी शेयर पर सब्सक्राइब किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार एंकर निवेशकों को आवंटित 5.9 करोड़ शेयरों में से 4.2 करोड़ शेयर (71.12 प्रतिशत) 99 योजनाओं के माध्यम से 15 घरेलू म्यूचुअल फंडों में वितरित किए गए।
इसके अलावा कुछ घरेलू बीमा कंपनियों और पेंशन फंडों ने निवेश किया। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, कोटक महिंद्रा लाइफ इंश्योरेंस, पीएनबी मेटलाइफ इंश्योरेंस, एसबीआई पेंशन फंड और यूटीआई रिटायरमेंट सॉल्यूशंस पेंशन फंड स्कीम इस श्रेणी के प्रसिद्ध नामों में से थे।
सिंगापुर सरकार, सिंगापुर के मौद्रिक प्राधिकरण, सरकारी पेंशन फंड ग्लोबल और बीएनपी निवेश एलएलपी विदेशी प्रतिभागियों में से थे। प्रॉस्पेक्टस के मुताबिक, कुल 22.13 करोड़ में से 5.93 करोड़ शेयर एंकर निवेशकों के लिए अलग रखे गए थे।
सरकार एलआईसी में अपने स्टॉक के 3.5 प्रतिशत को कम करके 21,000 करोड़ रुपये जुटाएगी, जिससे यह भारतीय इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ बन जाएगा। इससे पहले की हाई-प्रोफाइल फंडरेजिंग इवेंट्स 2021 में पेटीएम का आईपीओ था, जिसने 18,300 करोड़ रुपये जुटाए थे, और 2010 में कोल इंडिया का आईपीओ, जिसने 15,200 करोड़ रुपये जुटाए थे।
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मार्किट अपडेट : सेंसेक्स 85 अंक नीचे , निफ्टी 17100 के नीचे बंद