अमेरिका ने एक गहरी प्लानिंग के तहत अचानक हमला कर पाकिस्तान में छुपे आतंकी संगठन अलकायदा के प्रमुख सरगना ओसामा बिन लादेन को मारने में कामयाबी पाई थी. इस हमले में अमेरिका की मदद की तह एक पाकिस्तानी डॉक्टर ने जिसकी जान के अब लाले पड़ रहे है. पाकिस्तानी अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया की सुरक्षा की दृष्टि से डॉक्टर शकील अफरीदी को किसी अज्ञात जगह शिफ्ट किया गया है. करा दिया गया है. डॉक्टर शाकिल अफरीदी पिछले 7 साल से जेल में कैद है उन्होंने आतंकी बिन लादेन को खोजने में सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी यानी सीआईए की मदद की थी.
पाकिस्तान के उत्तरी-दक्षिणी खैबर पख्तुनखवा प्रांत के एक जेल अधिकारी ने कहा कि अफरीदी को अपने घर से दूर किसी महफूज़ जगह पर भेजा गया है. वहीं, अफरीदी के वकील कमर नदी का कहना है कि पेशावर की सेंट्रल जेल में उनके मुवक्किल को अकेले कैद में रखा गया. पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट की माने तो प्रांतीय सरकार ने अनुरोध किया कि कैदियों के बीच तालिबानी आतंकियों की मौजूदगी के कारण अफरीदी को पेशावर जेल से कहीं और शिफ्ट किया जाए, क्योंकि यहां उनकी जान को खतरा है.
शकील अफरीदी ने शक के बिनाह पर ख़ुफ़िया तरीके से कम करते हुए साल 2011 में नकली हेपेटाइटिस वैक्सीनेशन प्रोग्राम के सहारे बिन लादेन के किले में सेंध मर दीठि और लादेन के परिवार का पता मिलने के बाद उनके खून का सैंपल जांच के बहाने ले लिया था. बाद में उन्होंने डीएनए सैंपल भी लिए, जिससे बाद जांच रिपोर्ट ने शक को यकीं में तब्दील कर दिया की एबटाबाद की कोठी में रहने वाला शख्स सरगना ओसामा बिन लादेन ही है. अफरीदी ने तमाम सुबूत अमेरिकी खुफिया एजेंसी से साँझा किये और अमरीका ने एक बड़े ऑपरेशन को अंजाम देते हुए ओसामा को मार गिराया.
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