नई दिल्ली: UAE में खेले गए इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 13वें सीजन में जिन गेंदबाजों ने प्रभावित किया, उनमें भारत के तेज़ गेंदबाज़ टी. नटराजन (T. Natrajan) का नाम भी शामिल है. तमिलनाडु के इस 29 वर्षीय बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने IPL के इस सीजन में 16 मैचों में 16 विकेट झटके हैं. एक ओवर में छह की छह गेंदें यॉर्कर फेंकने का माद्दा रखने वाले नटराजन को आस्ट्रेलिया का टिकट भी मिल गया है और बुधवार को कैनबरा (Canberra Oneday) में खेले जा रहे तीसरे एक दिवसीय में उन्होंने अपना सपना भी साकार कर लिया. दरअसल, बुधवार को वह टीम इंडिया के लिए नीली जर्सी पहनकर पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने उतरे.
बता दें कि टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने कैनबरा वनडे में जो चार परिवर्तन किए, उनमें टी नटराजन का डेब्यू भी शामिल है. हालांकि नटराजन की जिंदगी का सफर किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. तमिलनाडु के सलेम शहर से 36 किलोमीटर दूर चिन्नापामपट्टी गांव में उनके पिता दिहाड़ी मजदूरी करते थे, तो वहीं उनकी मां सड़क किनारे बनी चिकन शॉप में चिकन बेचती थीं. प्रथम श्रेणी क्रिकेट में नटराजन के नाम 20 मैचों में 64 विकेट दर्ज हैं, जबकि 15 लिस्ट ए मैचों में उन्होंने 16 विकेट झटके हैं. इसके अलावा 38 टी20 मुकाबलों में नटराजन ने 35 शिकार अपने नाम किए हैं.
नटराजन ने शुरुआत में टेनिस बॉल से क्रिकेट खेलना आरंभ किया, किन्तु गंभीरता से उन्होंने इस खेल को तब अपनाया जब उनकी आयु 20 साल थी. इसके बाद मेंटर जयप्रकाश के साथ मिलकर उन्होंने कड़ी मेहनत की और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. नटराजन की गेंदबाजी की खास बात ये है कि वो एक ओवर में छह की छह गेंदें यॉर्कर फेंकने की काबिलियत रखते हैं. हालांकि एक खराब समय और आया जब BCCI ने 177 चकर्स को प्रतिबंधित करने का फैसला किया, उस सूची में नटराजन का भी नाम था. हालांकि बाद में उन्होंने अपने एक्शन में सुधार किया.
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