नई दिल्ली: दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार करने के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज शुक्रवार (10 मार्च) को अदालत से उनकी दस दिन के रिमांड मांगी है. अदालत को इस गिरफ्तारी के बारे में जानकारी देते हुए जाँच एजेंसी ने बताया है कि मनी ट्रेल मामले में पूछताछ के लिए सिसोदिया को अरेस्ट किया गया है. किन्तु, वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं. स्पेशल कोर्ट ने ED की अर्जी पर सुनवाई करते हुए कहा कि पहले मनीष सिसोदिया को दोपहर बाद दो बजे अदालत में पेश करो. इसके बाद आगे की सुनवाई होगी.
इसके साथ ही न्यायालय ने जेल ऑथारिटी को सिसोदिया का प्रोडक्शन वारंट जारी कर दिया है. बता दें कि ED ने गुरुवार को तिहाड़ जेल में लगभग 8 घंटे की पूछताछ के बाद शाम 6:20 बजे सिसोदिया को अरेस्ट कर लिया था. ED ने बताया कि यह गिरफ्तारी मनीष सिसोदिया द्वारा मामले की जांच में सहयोग नहीं करने के कारण की गई है. इसी मामले में ED ने शुक्रवार को अदालत में रिमांड की अर्जी लगाई थी. इस अर्जी में जाँच एजेंसी ने अदालत को बताया था कि मामला बहुत बड़ा है और सभी तथ्यों को वैरिफाई करने के लिए दस दिन के रिमांड की आवश्यकता है. हालांकि, कोर्ट के आदेश के अनुसार, अब ED मनीष सिसोदिया को दोपहर बाद दो बजे न्यायालय में पेश करने जा रही है. इससे पहले CBI ने शराब घोटाले में मनीष सिसोदिया को 26 फरवरी को अरेस्ट किया था.
रिमांड पर लेकर पूछताछ करने के बाद 6 मार्च को CBI ने सिसोदिया को अदालत में पेश किया था, जहाँ से उन्हें जेल भेज दिया गया था. मनीष सिसोदिया को ED ने भी शराब घोटाले में ही अरेस्ट किया है. ED इस मामले में मनी ट्रेल की छानबीन कर रही है. ED के सूत्रों के अनुसार, इस घोटाले में बड़े पैमाने पर और अवैध तरीके से रुपयों का लेनदेन किया गया है.
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