पटना: बिहार की राजधानी पटना से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है यहाँ पुलिस ने एबुलेंस से डेढ़ हजार लीटर विदेशी शराब बरामद की तथा एबुलेंस के ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि शराब लखनऊ से मुजफ्फरपुर भेजी जा रही थी। बता दें कि वर्ष 2016 से बिहार में शराबबंदी कानून लागू है। लेकिन, तस्कर शराब तस्करी के लिए नए-नए जुगाड़ करते रहते हैं।
दरअसल, शुक्रवार की प्रातः पटना के गर्दनीबाग थाना को गुप्त खबर प्राप्त हुई कि यूपी नंबर की एम्बुलेंस में भारी मात्रा में विदेशी शराब डालकर बायपास के रास्ते जा रही है। तत्पश्चात, पुलिस कार्रवाई करते हुए चेकिंग अभियान आरम्भ की। चेकिंग के चलते पुलिस ने एंबुलेंस को रोका तथा उसकी तलाशी ली। इसके चलते पुलिस को 1527 लीटर विदेशी शराब बरामद हुआ। तत्पश्चात, पुलिस ने एंबुलेंस के ड्राइवर कृष्णा कुमार को गिरफ्तार कर लिया। फिर ड्राइवर से पूछताछ की गई। ड्राइवर ने बताया वो लखनऊ से मुजफ्फरपुर शराब की डिलीवरी करने जा रहा था। वह हरियाणा का रहने वाला है।
थानाध्यक्ष रंजित कुमार रजक ने बताया कि शराब तस्करी की खबर प्राप्त हुई थी। पुलिस ने चेकिंग अभियान चलाकर यूपी नंबर के एंबुलेंस से 1 हजार 527 लीटर अंग्रेजी शराब जब्त की है। इसके साथ ही एंबुलेंस के चालक कृष्ण कुमार को पकड़ा गया है। बरामद शराब पंजाब निर्मित है। ड्राइवर कृष्णा कुमार हरियाणा का रहने वाला है, जिसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। बता दे कि 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार ने शराबबंदी (Alcohol Ban) करने का वादा किया था। उनके इस वादे का असर ये हुआ था कि महिलाओं का मतदान प्रतिशत 60 के लगभग हो गया था। कई क्षेत्रों में तो 70 प्रतिशत से अधिक महिलाओं ने वोट दिया था। सरकार बनने के पश्चात् अप्रैल 2016 में बिहार में शराबंबदी का कानून आया। 1 अप्रैल 2016 को बिहार देश का 5वां ऐसा ोरदेश बन गया जहां शराब पीने और जमा करने पर प्रतिबंध लग गया।
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