नई दिल्ली: कृषि कानूनों के विरुद्ध प्रदर्शन कर रहे किसानों के धरने का आज चार दिन हो गए। किसान दिल्ली की बॉर्डर पर 26 नवंबर से प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान दिल्ली-हरियाणा की बॉर्डर सिंधु बॉर्डर पर डटे हैं। कुछ किसान दिल्ली के निराकारी समागम मैदान में उपस्थित हैं। शनिवार को किसानों ने निर्धारित किया है कि वे अभी सिंधु बॉर्डर पर ही प्रदर्शन करेंगे तथा बुराड़ी के निराकारी समागम मैदान में नहीं जाएंगे।
इसके अतिरिक्त किसानों ने निर्धारित किया है कि वे प्रतिदिन 11 बजे मीटिंग करेंगे तथा आगे की योजना तय करेंगे। दिल्ली-हरियाणा की बॉर्डर सिंधु सीमा पर किसानों की मीटिंग जारी है। किसान बुराड़ी मैदान नहीं जाने पर डटे हैं। शनिवार को किसानों के प्रतिनिधियों तथा दिल्ली पुलिस के सीनियर अफसरों तथा आईबी अफसरों के मध्य 90 मिनट तक लंबी मीटिंग हुई।
दिल्ली पुलिस तथा आईबी अफसरों ने किसानों के प्रतिनिधियों को बताया कि दो बॉर्डर सहित एक नेशनल हाईवे के बंद होने के कारण दूसरे प्रदेश से दिल्ली आने वाले व्यक्तियों को बहुत समस्यां का सामना करना पड़ रहा है। किसान नेताओं ने कहा कि उन्हें रामलीला मैदान अथवा जंतर मंतर में प्रदर्शन करने की अनुमति दी जाए। पुलिस अफसरों ने कहा कि दिल्ली में COVID गाइडलाइंस लागू है तथा इतने ट्रक एवं ट्रैक्टर्स के साथ प्रदर्शनकारी न तो जंतर-मंतर में आ पाएंगे तथा न ही रामलीला मैदान में। इसलिए उनके लिए यहां प्रदर्शन कर पाना मुश्किल है।
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