दिल्ली में जारी कोविड के कोहराम की वजह से अधिकतर अस्पतालों में आईसीयू बेड्स और ऑक्सीजन की भारी किल्लत हो गई है। ऑक्सीजन संकट को देखते हुए जहां कुछ हॉस्पिटल ने नए मरीज भर्ती करने बंद कर दिए हैं, वहीं कुछ हॉस्पिटल अपने यहां से मरीजों को जबरन छुट्टी दे रहे हैं।
दिल्ली गवर्नमेंट के लोक नायक जय प्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल के निदेशक डॉ. सुरेश कुमार ने शनिवार को कहा कि हमारे हॉस्पिटल में सभी ICU बेड बीते 4-5 दिनों से भरे हुए हैं। कुछ गंभीर रोगियों को ऑक्सीजन स्तर को बनाए रखने के लिए प्रति मिनट 40-50 लीटर ऑक्सीजन की जरुरत होती है। ऑक्सीजन सप्लाई चेन भी प्रभावित हो रही हैं। जंहा इस बारें में डॉ. सुरेश कुमार ने बोला कि कोविड से होने वाली मौतों के बढ़ने की दो वजह हैं,अधिकतर हॉस्पिटल में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी है और दूसरा वायरस का स्ट्रेन पहले से अधिक खतरनाक है। उन्होंने कहा कि म्यूटेंट स्ट्रेन में अधिक मौतें हो रही हैं। इस बार युवाओं, बच्चों और गर्भवती महिलाओं की मौतें ज्यादा हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि इस बार कोविड ने ऐसा कोई आयु वर्ग नहीं छोड़ा है, जिसमें जान नहीं जा रही है। ICU बेड की कमी के कारण से अधिक मौतें हो रही हैं। ऐसा अनुमान है कि अभी एक-दो सप्ताह का पीक रहने वाला और उसके बाद ये धीरे-धीरे कम होगा।
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