इस भागती दौड़ती दुनिया में कभी-कभी सिर्फ दोस्तों और रिश्तेदारों की मदद करने के लिए हम कानूनी पहलुओं को जाने बिना उनके बैंक लोन के लिए गारंटर बन जाते हैं. अगर आप किसी दूसरे के लिए लोन के गारंटर बनते हैं तो इसके कई वित्तीय मतलब हैं. ऐसी स्थिति में जब लोन लेने वाला रीपेमेंट नहीं करता है तो गारंटर के लिए गंभीर परिणाम हो सकते हैं.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि लोन लेने वाला लोन की राशि का भुगतान नहीं कर पाया तो चुकौती की जिम्मेदारी गारंटर पर पड़ती है. इसलिए गारंटर होने से पहले, आपको यह सोचना होगा कि लोन चुकाने के लिए आपके पास इतना पैसा होगा.
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जिस राशि के लिए आप गारंटी देंगे वह आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में बकाया देयता के रूप में दिखाई देगी. इससे आपकी लोन पात्रता पर प्रभाव पड़ेगा यदि आप, भविष्य में घर, कार या पर्सनल लोन लेने का निर्णय लेते हैं. साथ ही आपके मित्र/रिश्तेदार के लोन पर आपके दायित्वों को पूरा करने में आपके द्वारा किसी भी देरी या डिफ़ॉल्ट का आपके क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.
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