दुनियाभर में अभी से मकर संक्रांति की तैयारियां शुरू हो चुकीं हैं. ऐसे में मकर संक्रांति के 1 दिन पहले देश भर में लोहड़ी का पर्व मनाया जाता है और इस साल मकर संक्रांति का पर्व 14 और 15 जनवरी को मनाए जाने की बात कही गई है. ऐसे में लोहड़ी की तिथि 13 जनवरी ही है. 13 जनवरी को ही लोहड़ी मनाई जाएगी और लोहड़ी पूजन का शुभ मुहूर्त शाम में 5 बजकर 41 मिनट से 7 बजकर 4 मिनट तक होगा. ऐसे में आप सभी इस बात से वाकिफ ही होंगे कि लोहड़ी मुख्य रूप से पंजाबियों का पर्व माना जाता है और इसकी तैयारी लोहड़ी से कुछ दिन पहले ही शुरू हो जाती है.
ऐसे में लोहड़ी में मूंगफली, गुड़, तिल और गजक का विशेष महत्व माना जाता है और इस दिन शाम के समय खुली जगह पर लोहड़ी जलाई जाती है. कहते हैं इस पवित्र अग्नि में मूंगफली, गजक, तिल, मक्का डालते हुए इसकी परिक्रमा की जाती है और लोग इस अग्नि के पास लोकगीत गाते हुए उत्सव को धूमधाम से मनाते हैं. आप सभी को बता दें कि यह अग्नि दुल्ला भट्टी की याद दिलाती है जिन्होंने जंंगल में आग जलाकर सुंदरी और मुंदरी नाम की दो गरीब लड़कियों की शादी करवायी थी और पंजाब की लड़कियों को बचाया था.
लोहड़ी को शीत ऋतु के जाने और वसंत ऋतु के आगमन के तौर पर भी देखा जाता है और लोहड़ी की अग्नि में रवि की फसलों को अर्पित कर देते हैं. कहते हैं इस समय पंजाब में फसलों की कटाई शुरू हो जाती है और देवताओं को नई फसल का भोग लगाकर पूरे साल के लिए भगवान से धन और संपन्नता की प्रार्थना करते हैं.
लोहड़ी के इन ख़ास संदेशों से दें अपनों को लख-लख वधाईयां