दिलीप सिंह की रिपोर्ट
दिल्ली। भारत में आज से लोकतंत्र के महापर्व का आगाज होने जा रहा है, आज दोपहर 3 बजे देश का चुनाव आयोग लोकसभा चुनावों के लिये तारीखों का ऐलान करेगा, इसी के साथ देश भर में आज से ही आदर्श आचार संहिता लागू हो जायेगी। देश भर में होने वाले लोकसभा चुनाव 7 से 8 चरणों में संपन्न हो सकते है और 20 मई तक ये चुनाव संपन्न कराये जा सकते है। मई माह में ही लोकसभा के चुनावों के परिणाम आ सकते है और नई लोकसभा का गठन हो जायेगा।
लोकसभा चुनावों को लेकर अपने चुनाव प्रचार में भारतीय जनता पार्टी सभी राजनैतिक दलों से आगे चल रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश भर के दौरे कर हजारों, लाखों करोड रुपयों की योजनाओं का शिलान्यास, उदघाटन और घोषणाऐं कर जनता जनार्दन को यह अच्छे से समझाने का प्रयास किया है कि देश में विकास के लिये, देश की सुरक्षा के लिये, धर्म की रक्षा के लिये, जातिगत मदभेतों से उपर उठकर देश को एक परिवार के रूप में चलाने में कोई सामर्थ्य है तो वो भारतीय जनता पार्टी है।
प्रधानमंत्री ने पूरे देश के हर राज्य का दो से तीन बार तक दौरा कर बड़ी-बड़ी रैलियां कर भाजपा के पक्ष में पूरा माहौल बना दिया है और देश में एक संदेश दे दिया है की इस बार भाजपा 400 सीटे जितने जा रही है। तमाम सर्वे और लोगों की राय देखे तो ऐसा लगता है कि भाजपा अपने एकेले के दम पर 400 सीटे जितेगी और उसके सहयोगी दलों को मिलाकर 450 सीटों के पार जायेगें जब कि सारा विपक्ष मिलकर 103 सीटों तक सिमट सकता है।
कांग्रेस में राहुल गांधी की दूसरी बार की न्याय यात्रा पूरी तरह से विफल साबित हुई है जिसके चलते पार्टी गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान में पूरी तरह से बिखर गई है। इन राज्यों में पार्टी का कई स्थानों पर नाम लेने वाला तक नहीं बचा है। सूत्रों व लोगों की माने तो भाजपा इस बार दक्षिण के राज्यों में जिनमें केरल, तमिलनाडू, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, उडिसा, बंगाल में अच्छा प्रदर्षन करने जा रही है। मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड, हरियाणा, दिल्ली, गोवा, जम्मू कश्मीर, उतराखंड, हिमाचल, महाराष्ट्र राज्यों में भाजपा वैसे ही शक्तिशाली है, भाजपा को सिर्फ पंजाब में संकट है।
भाजपा के उम्मीदवारों का काम तो मोदी ने कर दिया है अब तो उन्हे सिर्फ बूथ प्रबधंन करना है और अधिक मत प्रतिशत बढाना है। मोदी का चुनावों को लेकर आत्मविश्वास अपने उच्चतम स्तर पर है। भारतीय जनता पार्टी ने 543 सीटों में से 267 सिटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है जबकि कांग्रेस अभी तक नाम मात्र की सीटों पर ही अपने उम्मीदवार उतार पाई है। कई क्षेत्रों में तो उसके उम्मीदवार चुनाव लड़ने से कतरा रहे है तो कई जगह पर उसे उम्मीदवार ढूंढने से भी नहीं मिल पा रहे है।
देश की सभी विपक्षी पार्टीयों ने कहने के लिये तो इंडिया गठबंधन बनाया था लेकिन अब उसका कोई महत्व नहीं रह गया है। गठबंधन पूरी तरह से बिखर गया है, सभी दल अपने-अपने राज्यों तक ही सिमट कर रह गये है इस बार पूरे देश में लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की टक्कर क्षेत्रिय पार्टीयों से ही होगी, कांग्रेस का हाल भी अब क्षेत्रिय पार्टी के रूप में ही रह गया है। ऐसे में सारे विपक्षी दल भाजपा को कितनी टक्कर देगें यह तो चुनावों के दौरान ही पता चलेगा!
इस बार के चुनावों में राम मंदिर, मेरा परिवार मोदी का परिवार, देश की सुरक्षा, देश में विकास, जी 20 देशों का भारत में सम्मेलन आदि विषय चुनावी मुद्दे हो सकते है इसके अलावा वैज्ञानिकों की उलब्धियां भी रहेगी। बेरोजगारी, मंहगाई और आरक्षण जैसे मुद्दे इस लोकसभा चुनावों में ज्यादा नहीं सुनाई देगें।
छत्तीसगढ़ के सरकारी कर्मचारियों को मिली बड़ी सौगात, सीएम विष्णु देव साय ने किया ये ऐलान
इस राज्य में रामनवमी पर होगी छुट्टी, सरकार ने जारी किया आदेश