'सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में कराए जाएं लोकसभा चुनाव..', TMC सांसद डेरेक ओ ब्रायन की मांग

'सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में कराए जाएं लोकसभा चुनाव..', TMC सांसद डेरेक ओ ब्रायन की मांग
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कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता और राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने आज मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में लोकसभा चुनाव कराने की मांग करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा की चालें भारत के चुनाव आयोग (ECI) को नष्ट कर रही हैं। टीएमसी नेता ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर लोकसभा चुनाव से पहले चुनावी परिदृश्य में हेरफेर करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ''विपक्ष को निशाना बनाने के लिए पार्टी कार्यालय? ECI या HMV? निर्वाचित राज्य सरकारों के अधिकारियों का स्थानांतरण! स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों के लिए। हम सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में चुनाव चाहते हैं।''

इससे पहले TMC प्रवक्ता कुणाल घोष ने भी ECI द्वारा डीजीपी राजीव कुमार को बदलने के फैसले के बाद केंद्र सरकार की आलोचना की थी। उन्होंने कहा कि, "हमने देखा है कि भाजपा ECI सहित विभिन्न संगठनों को हथियाने की पूरी कोशिश कर रही है। उन्होंने केंद्रीय एजेंसियों और विभिन्न संगठनों का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया है। ऐसे में भी लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद आज जो हमने देखा वह बीजेपी का ही अक्स है. यह ईसीआई सहित इस प्रकार के संगठनों के कामकाज को पकड़ने और निगरानी करने की पूरी कोशिश कर रहा है।'' 

पश्चिम बंगाल के DGP राजीव कुमार की जगह नए आईपीएस अधिकारी विवेक सहाय को ईसीआई द्वारा नियुक्त किए जाने के बाद तृणमूल कांग्रेस के दावे सामने आए हैं। चुनाव आयोग ने यह फैसला आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए लिया है। ईसीआई ने कहा कि बंगाल के डीजीपी और छह राज्यों के गृह सचिवों को बदलने के कदमों का उद्देश्य चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता, निष्पक्षता और स्वतंत्रता के सिद्धांतों को कायम रखना है।

भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने सोमवार को छह राज्यों गुजरात, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में गृह सचिवों को हटाने के आदेश जारी किए। इसके अलावा, ईसीआई ने छह राज्यों के कुछ प्रमुख अधिकारियों को हटाने का भी आदेश दिया, जिसे उसने स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनावों के सिद्धांतों को बनाए रखने की दिशा में एक निर्णायक कदम बताया। साथ ही मिजोरम और हिमाचल प्रदेश में सामान्य प्रशासनिक विभाग के सचिव को भी हटा दिया गया है। 

बता दें कि पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल से 7 चरणों में होंगे। 2019 के लोकसभा चुनाव में टीएमसी ने 43.7 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 22 सीटें जीतीं, जबकि भाजपा ने 40.6 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 18 सीटें जीतीं। कांग्रेस ने राज्य में दो सीटों पर जीत हासिल की थी। 

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