नई दिल्ली: लोकसभा स्पीकर ओम बिरला शुक्रवार को लेह पहुंचे. लद्दाख की सुंदरता और वहां के शांतिप्रिय लोगों की प्रशंसा करते हुए ओम बिरला ने कहा कि जिस प्रकार से प्रतिकूल भौगोलिक और अन्य चुनौतियों का सामना करते हुए लद्दाख एक आत्मनिर्भर इकाई के रूप में उभर रहा है, वह अनुकरणीय है. लेह के सिंधु सांस्कृतिक केंद्र में पंचायती राज संस्थाओं के सशक्तिकरण के लिए संसदीय आउटरीच कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए ओम बिरला ने यह बात कही.
इस दौरान लोकसभा स्पीकर ने कहा कि हमारे लोगों की हर कोशिश के केंद्र में राष्ट्रीय हित होना चाहिए. इसके साथ ही देश की जनता का हित सबसे पहले होना चाहिए. इस दौरान उन्होंने क्षेत्र की त्वरित विकास यात्रा का भी उल्लेख किया, जिसे 5 अगस्त, 2019 के बाद बढ़ावा मिला. जब यहां के विकास के लिए भारत सरकार ने लद्दाख को एक अलग केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया.
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि एकजुटता और एक साथ कार्य करने की भावना से ही राष्ट्र का विकास हो सकता है. भौगोलिक और सामरिक दृष्टि से क्षेत्र के महत्व पर बोलते हुए ओम बिरला ने कहा कि लद्दाख का विकास क्षेत्रीय और राष्ट्रीय दोनों रूप से जरुरी है. इस क्षेत्र की अपार पर्यटन क्षमता के संबंध में भी बताते हुए उन्होंने कहा कि यहां की अनूठी वास्तुकला और हस्तशिल्प को लोग आत्मनिर्भरता और विकास का आधार बन सकते हैं.
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