नई दिल्ली. देश में इस वक्त भयंकर चुनावी माहौल बनता जा रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि देश के पांच राज्यों में बहुत जल्द ही विधानसभा चुनाव प्रारम्भ होने जा रहे है और अगले साल के लोकसभा चुनाव भी बेहद नजदीक आते जा रहे है. इसके तहत तमाम राजनैतिक पार्टियों ने अपनी तैयारियां भी तेज कर दी है. इन तैयारियों के तहत देश की कुछ विपक्षी पार्टियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ एकजुट होने का मन भी बना लिया है और जल्द ही इस मामले को लेकर एक अहम् बैठक भी होने वाली है.
मध्य प्रदेश चुनाव 2018 : गरीब किसान का बेटा शिवराज ऐसे बना मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री
दरअसल देश की कुछ विपक्षी पार्टियों ने आगामी लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार के खिलाफ एक बार फिर से महागठबंधन बनाने की कोशिश करना शुरू कर दिया है. इन कोशिशों के तहत ही दिल्ली में विपक्षी पार्टियों की 22 नवंबर को एक बड़ी बैठक भी आयोजित की जायेगी. इस एंटी-बीजेपी फ्रंट का आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू कर रहे है.
राजस्थान चुनाव: 'आप' ने जारी की 25 उम्मीदवारों की सूची, आज़म खान भी चुनावी मैदान में
उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पहले ही आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आगामी चुनाव को लेकर अपनी योजना बताते हुए कहा था कि वे और उनकी पार्टी 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ सभी विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने की कोशिश करेंगे.
ख़बरें और भी
मिजोरम चुनाव: चुनाव आयोग तलाश रहा सीईओ पद का विकल्प
छत्तीसगढ़ चुनाव: बीजापुर में नक्सलियों से मुठभेड़ जारी, एक नक्सली ढेर एक गिरफ्तार
6 दिवसीय वाराणसी दौरे पर जाएंगे मोहन भागवत, लोकसभा चुनाव पर होगी चर्चा
मध्यप्रदेश चुनाव: वचन पत्र में कांग्रेस ने किया आरएसएस की शाखा बैन करने का वादा