नासिक : 2019 की शुरुआत होते ही सभी राजनैतिक पार्टियों में लोकसभा चुनावों के लिए गठबंधन की कवायद तेज हो गई है. एक ओर पीएम मोदी असम में चुनावी रैली का आगाज़ करने वाले हैं, वहीं दूसरी ओर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह दिल्ली में गठबंधन का फॉर्मूला तैयार कर रहे हैं. इसी बीच महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना के बीच गठबंधन को लेकर बातचीत दोबारा शुरु हो गई है. महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने घोषणा की है कि लोकसभा चुनावों में गठबंधन को लेकर शिवसेना और भाजपा के बीच वार्तालाप शुरू हो गया है.
मोदी सरकार की मुश्किलें बढ़ीं, अब तीन तलाक़ के विरोध में उतरा जदयू
महाराष्ट्र के औरंगाबाद में एक कार्यक्रम में सम्बोधन देते हुए कैबिनेट मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा है कि वे चाहते हैं कि राज्य में जल्द ही शिवसेना और भाजपा के बीच गठबंधन का फैसला हो जाए. दरअसल, भाजपा ने आने वाले लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र महाराष्ट्र के सांसदों की बैठक दिल्ली में बुलाई थी. इस बैठक में शिवसेना के साथ गठबंधन होगा या नहीं इस मुद्दे पर अमित शाह ने अपना रुख साफ कर दिया है. उन्होंने कहा है कि, कुछ भी खोकर गठबंधन नहीं किया जाएगा. गुरुवार को संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान ही अमित शाह ने शिवसेना ने समक्ष अपनी शर्त रख दी है.
सर्जिकल स्ट्राइक पर पाकिस्तान का बड़ा बयान, कहा ये सिर्फ भारत की कल्पना
आपको बता दें कि महाराष्ट्र में कुल 48 लोकसभा सीटें हैं. 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा और शिवसेना ने महाराष्ट्र की तमाम सीटों पर गठबंधन कर चुनाव लड़ा था, जिसका लाभ दोनों ही पार्टियों को मिला था. भाजपा को 22 और शिवसेना को 18 सीटों पर जीत मिली थीं. विधानसभा चुनावों में सीटों का बंटवारा निर्धारित न हो पाने के कारण दोनों राजनितिक दलों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था. हालांकि, बाद में सरकार बनाने के लिए दोनों दल एक साथ आ गए थे.
खबरें और भी:-
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका, दिल्ली अध्यक्ष अजय माकन ने दिया इस्तीफा
पीएम मोदी के राम मंदिर वाले बयान पर सीएम विजयन का पलटवार, कहा ये धर्मनिरपेक्षता के खिलाफ