गणेश चतुर्थी : गणेश चतुर्थी के आगमन के साथ ही देशभर में 10 दिवसीय गणेश उत्सव की शुरुआत हो जाती है. श्री गणेश को इस दौरान घर-घर, गली-गली, मोहल्ले-मोहल्ले स्थापित किया जाता है. 10 दिनों तक इस त्यौहार को हर कोई धूमधाम से मनाता है. ढोल नगाड़े के साथ बप्पा का गणेश चतुर्थी के दिन आगमन होता है और ढोल नगाड़ों के साथ ही बप्पा की विदाई भी होती है. अनंत चतुर्दशी के दिन इस त्यौहार का समापन बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य के देवता श्री गणेश के विसर्जन के साथ होता है.
कब आती है गणेश चतुर्थी ?
गणेश चतुर्थी प्रति वर्ष भादो माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को आती है. इस बार यह त्यौहार अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबिक, 22 अगस्त शनिवार को मनाया जाना है. इसकी नजदीकी को देखते हुए हम आपके लिए गणेश जी की स्थापना का सही समय या शुभ मुहूर्त लेकर आए हैं. शुभ मुहूर्त में श्री गणेश की स्थापना शुभ मानी जाती है.
चतुर्थी तिथि की शुरुआत शुक्रवार, 21 अगस्त से रात 11 बजकर 1 मिनट से हो रही है. वहीं चतुर्थी तिथि का समापन शनिवार, 22 अगस्त को शाम 7.57 तक होगा. राहु काल को हटाकर आप अन्य किसी भी समय बप्पा की मूर्ति की स्थापना घर, पांडाल आदि में कर सकते हैं. 22 अगस्त के दिन 2 घंटे 36 मिनट का समय बप्पा की स्थापना के लिए हैं. 22 अगस्त को 11:58 बजे से दोपहर 12:50 बजे तक अभिजीत मुहूर्त है, वहीं आप 22 अगस्त को 11:06 बजे से दोपहर 01:42 बजे तक श्री गणेश की स्थापना शुभ मुहूर्त में कर सकते हैं.
स्थापना के दौरान ध्यान देने योग्य बातें...
आपके पास पूजन की समस्त सामग्री होनी चाहिए. बप्पा की मूर्ति का मुंह पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए. बप्पा के पूजन से पहले संकल्प लें और श्री गणेश का श्रद्धापूर्वक आह्वान करें. मंत्रोच्चार के बाद भगवान गणेश की स्थापना करें. श्री गणेश को इस दौरान धूप, दीप, दूर्वा, वस्त्र, फूल, फल और मोदक विशेष रूप से चढ़ाएं. अंत में विधि-विधान से श्री गणेश की आरती करनी चाहिए.
गणेश चतुर्थी पर मिलेंगी अनोखी मूर्तियां, भक्तों को सैनेटाइज करेंगे बप्पा
गणेशोत्सव : कैसा है भगवान गणेश के शरीर का रंग ?
गणेशोत्सव : जानिए कैसे रिद्धि-सिद्धि से हुआ था भगवान गणेश का विवाह ?
गणेश चतुर्थी : खुद मूषक बना श्री गणेश का वाहन, जानिए क्यों और कैसे ?