कोटा: राजस्थान के कोटा के रामपुर क्षेत्र से एक दिलचस्प घटना सामने आई है। अब तक आपने लोगों को बीमार होते देखा तथा सुना होगा। लेकिन, रामपुर में जगन्नाथ मंदिर में भगवान जगन्नाथ बीमार हो गए हैं, जिनका इलाज वैद्य कर रहे हैं। इस वक़्त भगवान जगन्नाथ का उपचार मंदिर परिसर में ही हो रहा है। उपचार के चलते मंदिर में केवल पुजारी एवं वैद्य को ही जाने की अनुमति है। भगवान के उपचार में किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसलिए मंदिर की सभी घंटियों को बांधकर रखा गया है। साथ ही खिड़कियों एवं दरवाजों को बंद कर दिया गया है।
भगवान जगन्नाथ का उपचार 15 तक चलेगा तथा इस वजह से भगवान 15 दिनों तक मंदिरों में क्वारंटाइन रहेंगे। उपचार की वजह से भक्तों को भगवान के दर्शन करने की अनुमति नहीं है। यहां तक की उनके मंदिर में प्रवेश की इजाजत भी नहीं है। मंदिर में प्रातः-शाम सिर्फ पुजारी और वैद्य को ही उपचार के लिए आने-जाने की इजाजत है।
जगन्नाथ मंदिर के मुख्य पुजारी कमलेश दुबे ने बताया कि पूर्णिमा के दिन भगवान ने स्नान करने के पश्चात् 200 किलो आम से बने रस का सेवन किया था। इस वजह से उनकी तबीयत खराब हो गई है। अब वैद्य के द्वारा उनका उपचार किया जा रहा है। पुजारी का कहना है कि यह सब परंपरा का हिस्सा है। सामान्य साल में भगवान जगन्नाथ के शयन काल का वक़्त 15 दिन रहता है। उन्होंने आगे बताया कि इस महीने में भगवान जगन्नाथ सिर्फ आधे घंटे के लिए सिंह द्वार में विराजित होंगे तथा अपने श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे। इसके बाद मंदिर में हवन एवं शुद्धिकरण का कार्य किया जाएगा।
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