उज्जैन/ब्यूरो। उज्जैन स्तिथ ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी से भगवान महाकाल तड़के चार बजे भस्म आरती में गर्म जल से स्नान करेंगे। यह क्रम फाल्गुन पूर्णिमा तक चलेगा। मान्यता है कि इन दिनों तेज ठंड की शुरुआत हो जाती है, भगवान को सर्दी न लगे इसलिए चार माह भगवान को भस्म आरती में गर्म जल से स्नान कराया जाता है।
इस बार 24 अक्टूबर को रूप चौदस है। तड़के चार बजे भस्म आरती में पुजारी परिवार की महिलाएं भगवान महाकाल को केसर चंदन का उबटन लगाएंगी। इसके बाद पुजारी भगवान महाकाल को गर्म जल से स्नान कराकर मनमोहक श्रृंगार करेंगे।
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी रूप चौदस के नाम से जानी जाती है। इस दिन सूर्योदय से पूर्व उबटन लगाकर स्नान करने की शास्त्रीय मान्यता है। लौकिक जगत में भगवान महाकाल उज्जैन के राजा माने जाते हैं, इसलिए लोकाचार की समस्त परंपराओं का मंदिर में निर्वहन होता है।
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