महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर विवाद गहराता जा रहा है। इस मुद्दे पर अब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) और महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना आमने-सामने आ गए हैं। मनसे प्रमुख राज ठाकरे पर निशाना साधते हुए शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा कि इससे पहले जब विलासराव देशमुख, पृथ्वीराज चव्हाण और देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे, तब मस्जिदों में लाउडस्पीकर का मुद्दा कभी नहीं उठाया गया, अब बेवजह इस मुद्दे को तूल दिया जा रहा है।
संजय राउत ने मनसे प्रमुख पर साधा निशाना
संजय राउत गुरुवार को पुणे के हडपसर इलाके में एक जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि लाउडस्पीकर को लेकर हर तरफ राजनीति हो रही है। बाला साहेब ठाकरे के एक पुराने वीडियो को शेयर किया जा रहा है, जिसमें वे मस्जिदों में लाउडस्पीकर के बारे में बोल रहे हैं, जबकि इससे पहले कभी भी यह मुद्दा नहीं उठाया गया। जनसभा को संबोधित करते हुए राउत ने कहा, 'राज ठाकरे यह मुद्दा इसलिए उठा रहे हैं क्योंकि उनके भाई उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हैं। इससे पहले उन्हें कभी भी लाउडस्पीकर से कोई दिक्कत नहीं हुई।'
संजय राउत ने आगे कहा, 'बाला साहेब एक ऐसे शख्स थे, जिन्हें महाराष्ट्र के लिए एक मुस्लिम मुख्यमंत्री भी स्वीकार था। नई पीढ़ी के युवाओं को तो यह पता भी नहीं होगा कि अब्दुल रहमान अंतुले, बाला साहेब के पसंदीदा मुख्यमंत्री थे। जब लोगों ने बाला साहेब से पूछा था कि शिवसेना सत्ता में कब आएगी और वे किस तरह का मुख्यमंत्री चाहते हैं, तो उन्होंने कहा था कि वह अंतुले जैसा मुख्यमंत्री चाहते हैं, जो तुरंत फैसला ले सके और जिसकी प्रशासन पर अच्छी पकड़ हो।'
राज ठाकरे ने शेयर किया था बाला साहेब का वीडियो
इससे पहले बुधवार को राज ठाकरे ने शिवसेना के संस्थापक बाल साहेब ठाकरे का एक पुराना वीडियो शेयर किया था जिसमें वे कहते नजर आ रहे हैं कि जब उनकी सरकार बनेगी तो वह मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटा देंगे। मनसे प्रमुख ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर 36 सेकंड का एक लंबा वीडियो ट्वीट किया, जिसमें बाला साहेब शिवसेना की रैली को संबोधित कर रहे हैं और कह रहे हैं कि धर्म इस तरह का होना चाहिए कि वह देश के विकास में रुकावट न पैदा करे और इससे लोगों को कोई असुविधा महसूस नहीं होनी चाहिए।
शिवसेना ने किया पलटवार
राज ठाकरे पर पलटवार करते हुए शिवसेना ने भी बाला साहेब ठाकरे के दो पुराने वीडियो शेयर कर दिए। शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने बाला साहेब का एक पुराना वीडियो शेयर करते हुए राज ठाकरे को लताड़ा और कहा कि वे बाला साहेब की 'सस्ती कॉपी' हैं। बाला साहेब को 'असली' बताते हुए प्रियंका चतुर्वेदी ने अपने ट्वीट में लिखा, 'सभी सस्ती प्रतियों के लिए, एक सबक: नकल करने वाले लोग हमेशा एक कदम नहीं, बल्कि कई कदम पीछे रहेंगे।'
लालू यादव भी कूदे विवाद में
राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू यादव भी इस विवाद में कूद पड़े हैं। चारा घोटाले के एक मामले में जमानत मिलने के बाद जेल से रिहा हुए लालू यादव ने मनसे प्रमुख राज ठाकरे पर हमला बोलते हुए कहा कि अगर आप हनुमान चालीसा का जाप करना चाहते हैं, तो आप मंत्र का जाप करें। उनका यह बयान उस वक्त आया. जब ठाकरे ने घोषणा की थी कि मस्जिदों के बाहर हनुमान चालीसा बजाना एक दिन का मामला नहीं है, यह तब तक चलेगा जब तक कि सरकार लाउडस्पीकर के इस्तेमाल के बारे में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मुताबिक हालात संभाल नहीं लेती।
आपको बताते चलें कि उत्तर भारतीयों को लेकर मनसे और राज ठाकरे की सोच काफी उग्र है। राज ठाकरे कई बार कह चुके हैं कि महाराष्ट्र पर सिर्फ मराठी मानुषों का अधिकार है। वे यूपी और बिहार के लोगों पर महाराष्ट्र जाकर वहां के लोगों की नौकरी छीनने और आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने का आरोप भी लगाते रहे हैं। इसी वजह से भाजपा उन्हें साथ लेने से हमेशा पीछे हटती रही है। भाजपा को डर है कि राज ठाकरे को साथ लाने से उसे उत्तर भारत में नुकसान झेलना पड़ सकता है।