कहते है इश्क़ में इंसान अंधा हो जाता है. ये बात हम सुनते है और हल्की सी मुस्कुराहट देते है. ये बात भले ही सामान्य हो किन्तु प्यार के कारण फोबिया तक हो जाता है. जब कोई व्यक्ति डरा हुआ होता है तब प्यार मिलने पर सामान्य हो जाता है. किन्तु कई बार प्यार ही डराने लगता है. इस तरह के डर को लव फोबिया कहते है. लव फोबिया कई तरह के होते है.
इसमें पहला फोबिया है कमिटमेंट फोबिया! इसमें व्यक्ति को ऐसा लगता है कि वह पार्टनर से कोई वादा नहीं कर सकता है. इस तरह लोग रिश्ते में कमिटमेंट करने से डरते है. यह फोबिया अक्सर पुरुषों को होता है. एक्सपर्ट का मानना है कि इस फोबिया से ग्रस्त लोग किसी तरह के फैसले लेने से डरते है. दूसरे तरह का फोबिया है मेट्रोफोबिया, इस समस्या से ग्रस्त व्यक्ति रोमांटिक बातें करने से दूर भागता है. कई बार ऐसे व्यक्ति को कविताओं से भी डर लगता है. ऐसे व्यक्ति रूमानी बातें नहीं कर पाते है.
तीसरे तरह का फोबिया है फिलेमेटोफोबिया, इस फोबिया में पार्टनर को किस करने से डर लगता है. इससे रिलेशनशिप्स ज्यादा समय तक नहीं चल पाता है. ऐसे व्यक्ति इस चिंता में होते है कि मुंह से जीवाणु और कीटाणु का आदान-प्रदान होगा और वह बीमार हो जाएंगे.
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