लखनऊ: लव जिहाद, ये शब्द भारत के समाचार पत्रों में, खबरों में अक्सर देखने को मिलता है। जिसमे मुस्लिम युवा, अपनी झूठी पहचान बताकर गैर-मुस्लिम लड़कियों को अपनी मीठी-मीठी बातों में फंसाते हैं, फिर उन्हें नशीला पदार्थ देकर या शादी का वादा करके उनके साथ शारीरिक संबंध बना लेते हैं और इस घिनौने कृत्य का वीडियो उतार लेते हैं, ताकि वो अपना असली रूप दिखाकर लड़कियों को ब्लेकमैल कर सकें। फिर शुरू होता है, लड़कियों पर अत्याचार, कहीं उन्हें इस्लाम कबूलने के लिए मजबूर किया जाता है, उनसे पैसे ऐंठे जाते हैं, जिस्मफरोशी में धकेला जाता है। एक तरह से लड़की की जिंदगी नर्क बन जाती है।
हालाँकि, भारत के विपक्षी दलों और कुछ बुद्धिजियों का कहना है कि लव जिहाद जैसी कोई चीज़ नहीं है, लेकिन हर दिन इस तरह की घटनाएं सामने आती ही हैं, तो उन्हें क्या कहा जाए? क्या आंखें बंद कर इन लड़कियों को इसी तरह बर्बाद होने दिया जाए? मौजूदा मामला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सामने आया है, जिसमे आरोपी कोई और नहीं, बल्कि पुलिस कांस्टेबल है। वही पुलिस जो जनता की रक्षा की कसम खाकर खाकी वर्दी पहनती है, लेकिन बादशाह खान नामक इस कांस्टेबल ने उसी खाखी पर बदनुमा धब्बा लगा दिया है।
यूपी पुलिस के कांस्टेबल बादशाह खान ने भी किसी लव जिहादी की तरह नर्सिंग का कोर्स कर रही हिन्दू छात्रा से खुद को अमित बता कर मेलजोल बढ़ाया। धीरे धीरे लड़की उससे प्रेम करने लगी, लेकिन वो नहीं जानती थी कि अमित बने बादशाह के मन में कितनी घिनौनी चाल छिपी हुई है। इसी प्रेम का फायदा उठाकर बादशाह ने पीड़िता के साथ शारीरिक संबंध बनाए और इसका वीडियो उतार लिया। लड़की के पूरी तरह काबू में आ जाने के बाद बादशाह ने अपना असली रंग दिखाना शुरू किया, वो लड़की से पैसे ऐंठने लगा और उस पर इस्लाम कबूल करने का दबाव डालने लगा, जैसा कि लव जिहाद के हर मामले में देखा ही जाता है। कई बार तो जब लड़कियां धर्म बदलने से इंकार कर देती हैं, तो उनकी हत्या तक कर दी जाती है।
मौजूदा मामला लखनऊ के थानाक्षेत्र चिनहट का है। मूल रूप से शाहजहाँपुर की निवासी पीड़िता एक कॉलेज में नर्सिंग की पढ़ाई कर रही है। सोमवार (30 दिसंबर 2024) को पीड़िता ने शाहजहाँपुर जिले में पदस्थ कॉन्स्टेबल बादशाह खान के खिलाफ पुलिस में तहरीर दी। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि 2014 में उसकी मुलाकत बादशाह खान से हुई थी, जब उसने अपना नाम अमित बताया था। पीड़िता बताती है कि दोस्ती होने के बाद अमित उसे कई जगह घुमाने ले गया।
वर्ष 2015 में बादशाह खान UP पुलिस में कॉन्स्टेबल के रूप में भर्ती हो गया। सिपाही बनने के बाद बादशाह ने एक मुस्लिम युवती से निकाह भी कर लिया। जब पीड़िता को अमित बने बादशाह के निकाह के बारे में पता चला, तो उसने आरोपी से दूरी बना ली और बातचीत बंद कर दी। लेकिन, तब बादशाह ने कुछ ही दिनों में अपनी बीवी को तलाक देने की बात कही, पीड़िता इस झांसे में भी आ गई।
इस तरह आरोपी कॉन्स्टेबल ने 6 वर्षों तक पीड़िता को अपने झाँसे में रखकर कई बार उसका सहरीतिक शोषण किया कि वो उससे निकाह करेगा। पीड़िता ने यह भी बताया है कि, आरोपी बादशाह किसी बाबा के जरिए झाड़-फूँक और टोना टोटका कराता है। इसके लिए उसने कई बार पीड़िता व उसके परिजनों के कपड़े भी मंगवाए थे। जिसके कुछ ही समय बाद पीड़िता के परिवार में कलह शुरू हो गई थी और परिणाम ये हुआ कि पीड़िता अपने परिजनों से दूर हो गई।
इसी बीच एक बार आरोपी बादशाह खान ने अपनी मजबूरी बताते हुए पीड़िता से 50 हजार रुपयों मांग लिए। पीड़िता ने बादशाह को ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर कर दिए। बताया जा रहा है कि पैसे ट्रांसफर करने के दौरान पहली बार पीड़िता को बादशाह के मुस्लिम होने की जानकारी मिली थी। जब इस बाबत पीड़िता ने उससे पूछताछ की, तो बादशाह ने उसे इस्लाम कबूल करने के लिए कहा। बादशाह ने कहा कि इस्लाम में 4 निकाह जायज है और अगर वह मुस्लिम बन जाती है, तो वो उसे अपनी दूसरी पत्नी बनाकर रख लेगा।
इस दौरान बादशाह को एक बेटा भी हो गया, मगर उसने अश्लील वीडियो के जरिए पीड़िता को ब्लैकमेल करना 2024 तक जारी रखा। 27 दिसंबर 2024 को आरोपी ने पीड़िता को धमकाकर 10 लाख रूपए मांगे। मना करने पर उसने पीड़िता के अश्लील वीडियो को वायरल करने की धमकी दे डाली। बादशाह ने यहाँ तक कहा कि वो उसके परिवार को भी मार डालेगा। इस तरह आरोपी ने कई बार पीड़िता से पैसे लिए।
तंग आकर पीड़िता ने उससे बातचीत बंद कर दी, लेकिन बादशाह नहीं माना, वो पीड़िता छात्रा के मोबाइल नंबर से उसकी लोकेशन ट्रेस कर, अपनी बीवी के साथ पीड़िता के पास पहुंच गया। यहाँ आरोपी बादशाह की पत्नी ने भी उसका साथ दिया और दोनों ने पीड़िता को बेरहमी से पीटा। शिकायत में पीड़िता ने बताया है कि बादशाह खान अब तक उससे तकरीबन 55 लाख रुपए ऐंठ चुका है। इस कृत्य में आरोपी की बीवी और उसके भाई भी शामिल हैं, यानी बादशाह के इस जुर्म में उसके परिजनों ने भी उसे समझाने की कोशिश नहीं की, कि वो गलत कर रहा है। अक्सर, लव जिहाद के मामलों में ये भी देखा जाता है कि आरोपी का पूरा परिवार, लड़की को छुपाने, उसे धमकाने और उसका धर्मान्तरण करवाने में आरोपी की मदद करते हैं।
फ़िलहाल, पीड़िता ने सभी आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई है। बादशाह खान के खिलाफ दर्ज इस FIR पर विभूति खंड के ACP राधारमण सिंह ने कहा कि पूरे मामले की गहराई से छानबीन की जा रही है। सामने आए प्रमाणों व तथ्यों के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
लेकिन, इस तरह की घटना एक गंभीर सवाल खड़ा कर रही है कि जब जनता की रक्षा करने वाले ही, जनता के भक्षक बन जाएंगे, तो आम लोग अपनी पीड़ा लेकर किसके पास जाएंगे? इस मामले में बादशाह के परिवार की भूमिका भी बेहद विवादित है, जो अपने पारिवारिक सदस्य के घिनौने जुर्म में उसका साथ दे रहा था । क्या उस परिवार में एक भी समझदार इंसान नहीं था, जो बादशाह को ये समझाता कि वो जो कर रहा है, वो गलत है ? या फिर सब मिलकर हिन्दू लड़की को प्रताड़ित ही करना चाहते थे ?