नई दिल्ली. तक़रीबन पिछले एक हफ्ते से यौन उत्पीड़न के कई आरोपों में घिरते आ रहे बीजेपी के वरिष्ठ नेता और विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर ने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनपर पिछले एक हफ्ते के अंदर-अंदर तक़रीबन 16 महिला पत्रकारों ने यौन शोषण के आरोप लगाए थे।
यौन उत्पीड़न के इन आरोपों में घिरे एमजे अकबर अकबर ने हाल ही में यह इस्तीफा दिया है। उनपर यौन उत्पीड़न का सबसे पहला आरोप महिला पत्रकार प्रिया रामानी ने लगाया था। इसके बाद से एक के बाद एक कई अन्य महिला पत्रकारों ने उन पर ऐसा ही आरोप लगाया है। इस मामले को लेकर एमजे अकबर ने दो दिन पहले ही पत्रकार प्रिया रमानी पर मानहानि का केस दर्ज किया था। एमजे अकबर पर एशियन एज के संपादक रहते हुए पत्रकारों का यौन शोषण करने का आरोप है। इस्तीफे के बाद प्रिया रमानी ने इसे अपनी बड़ी जीत बताया और कहा कि अब उन्हें अदालत से भी न्याय मिलने की उम्मीद है।
जानकारी के लिए बता दें कि एमजे अकबर पर आरोप लगने के बाद बीजेपी पर उनसे इस्तीफा लेने का भारी दबाव था। कांग्रेस लगातर इस मुद्दे को लेकर बीजेपी को घेर रही थी। मंगलवार को यौन शोषण के आरोप में कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई के अध्यक्ष के इस्तीफा देने के बाद बीजेपी पर इस मामले को लेकर दवाब बढ़ गया था। अब जब एमजे अकबर ने इस्तीफा दे दिया है, तो इसे चुनावी समर में बीजेपी के लिए एक बड़ा हथियार माना जा रहा है कि वह किसी भी तरह के गलत कार्य करने वालों को बर्दाश्त नहीं करेगी।
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