नई दिल्ली : यह हमारे लिए फख्र की बात है कि बोफोर्स के बाद अब भारतीय सेना हॉवित्जर तोप से लैस होगी. इंडियन आर्मी को करीब तीन दशक बाद नई तोपें मिली हैं. काफी लंबे इंतजार के बाद आखिरकार एम-777 हॉवित्ज़र तोप भारत पहुंच गई है और उसका परीक्षण पोखरण रेंज में होगा. 2 अल्ट्रा लाइट 145 M-777 हॉवित्जर तोपें अमेरिका से ट्रायल के लिए भारत आ गई हैं. इन तोपों को चीन की साथ सीमा के निकट तैनात किया जाएगा. भारत ने 2010 में अमेरिकी कंपनी से एम-777 तोपों के लिए बातचीत शुरू हुई थी.
पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में कैबिनेट ऑन सिक्योरिटी ने अमेरिका निर्मित एम-777 हॉवित्जर की 145 तोपों की खरीद को मंजूरी दे दी थी. उल्लेखनीय है कि 145 एम-777 हल्के हॉवित्जर तोप के लिए अमेरिका और भारत सरकार के बीच करीब 5000 करोड़ रुपये की डील हुई है. इस डील में 30 प्रतिशत का ऑपसेट क्लॉज रखा गया है.
यानी भारतीय कंपनियों को भी इस डील के तहत काम मिलेगा. बता दे कि बोफोर्स खरीद के दौरान मचे बवाल के बाद से ही सेना के तोपखाने से जुड़े सौदों पर एक तरह से रोक सी लग गई थी लेकिन इतने सालों बाद भारतीय सेना को यह नई तोपें मिलेंगी. हल्की होवित्जर तोपें 40 किमी दूर तक दुश्मन को निशाना बनाने में सक्षम हैं.
चीन से सटी पहाड़ियों पर तैनात होगी अमेरिका की होवित्जर तोप
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