हिंदी फिल्मों के साथ-साथ पंजाबी फिल्मों में अपनी शानदार एक्टिंग के प्रदर्शन करने वाले अभिनेता मदन लाल पुरी ने आज ही के दिन साल 1985 में दुनिया को अलविदा कहा था. उनका जन्म भारत के नवन शहर में निहाल चंद पुरी और वेद कौर के घर पर हुआ था. मदन पूरी महसूर अभिनेता अमरीश पूरी के बड़े भाई है. मदन पुरी की पत्नी, शीला देवी पुरी की शादी के कुछ साल बाद मृत्यु हो गई.
साल 1960 और 1970 के मध्य की बात है, उस समय पुरी भारतीय फिल्म उद्योग के महान कलाकारों में से एक थे. मदन पूरी गायक के. एल. सैगल के पहले चचेरे भाई थे, जिनके साथ उन्होंने बॉलीवुड में शुरुआत की थी. मदन पूरी अपने समय के सक्सेसफुल एक्टर्स में से एक थे. उन्होंने अपने भाई अमरीश पुरी को फिल्म जगत में अपनी पहचान दिलवाने के लिए बहुत मदद की.
पुरी के पास एक समय ऐसा आया था, जब फिल्म जगत में उन्ही का बोल बाला था. साल 1940 के दशक के मध्य से लेकर 1980 के दशक तक, यानि 40 वर्षों तक मदन ने इंडस्ट्री पर राज किया. उन्होंने 430 से अधिक फिल्मों में अपने अभिनय की कला को प्रदर्शित किया. मदन पूरी की पहली फिल्म 1946 में रिलीज़ की कई गयी थी, जिसका नाम 'अहिंसा' था. मदन ने अपने फ़िल्मी करियर के दौरान नायक या नायिका के चाचा, पिता या बड़े भाई, दादा, पुलिस अधिकारी, खलनायक और राजनेताओं की भूमिका निभाई है.
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अमरीश पूरी के इन डायलॉग्स को सुनकर हर किसी की रूह काँप जाती है