शिवपुरी: मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में अफ्रीकन स्वाइन फीवर के चलते अब तक लगभग 2 हज़ार सुअरों की मौत हो चुकी है। इस पर एक्शन लेते हुए अब प्रभावित इलाके में सुअरों को मारे जाने की तैयारी की जा रही है। नगर पालिका ने इसकी जानकारी दी गई है। दरअसल, बीते कुछ दिनों से शिवपुरी शहर में सुअरों की निरंतर हो रही मौतों के बाद पशुपालन विभाग ने मृत सुअरों के सैंपल भोपाल स्थित राज्य पशु रोग अन्वेषण प्रयोगशाला भेजे थे। जहां मृत सुअरों में अफ्रीकन स्वाइन फीवर ASF वायरस पाया गया है।
पशुपालन विभाग के उपसंचालक डॉक्टर तमोरी ने जानकारी दी है कि इंसानों को इस बीमारी से घबराने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि अफ्रीकन स्वाइन फीवर बीमारी केवल सुअरों में ही पाई जाती है। आम लोगों से अपील की गई है कि उनके आस-पास अगर सुअरों की अप्राकृतिक मृत्यु हो, तो फ़ौरन जिला नियंत्रण कक्ष पर सूचित करें। अफ्रीकन स्वाइन फीवर (ASF) पालतू और जंगली सुअरों की अत्यधिक संक्रामक वायरस बीमारी है, जो गंभीर वित्तीय और उत्पादन हानि के लिए जिम्मेदार है। फिलहाल ASF के लिए कोई उपचार या वैक्सीन मौजूद नहीं है।
इस बीमारी की रोकथाम के लिए भारत सरकार के नेशनल एक्शन प्लान के मुताबिक, प्रभावित इलाके की एक किलोमीटर की परिधि को इनफेक्टेड जोन और इसके आस-पास की नौ किमी की परिधि को सर्विलांस जोन घोषित किया जाता है। वहीं, इन्फेक्टेड जोन में सुअरों को मानवीय तरीके से मारकर उसका मुआवजा बांटा जाता है। इसके साथ ही रोग नियंत्रण के लिए सुअरों के मांस की बिक्री और उसके परिवहन पर अगले आदेश तक रोक लगा दी जाती है।
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