एमपी की राजनीति में गाय और गौशाला का मामला एक बार फिर गरमा गया है. उपचुनाव से पहले एमपी कांग्रेस ने प्रदेश गवर्नमेंट पर बड़ा हमला बोलते हुए गाय और गौशाला के बजट में बड़ी कटौती करने का आरोप लगाया है. पूर्व पशुपालन मंत्री लाखन सिंह यादव ने प्रदेश सरकार पर गौशाला पर खर्च होने वाले बजट में कमी करने के साथ ही गाय पर खर्च होने वाले चारे को भी कम करने का बड़ा आरोप लगाया है. पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव ने सरकार पर आरोप लगाया है कि पिछली कांग्रेस सरकार में पशुपालन महकमें का बजट 130 करोड़ रुपए रखा गया था, ताकि गाय और गौशाला पर राशि व्यय हो सके.
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पूर्व मंत्री सिंह का कहना है कि बीती गवर्नमेंट ने प्रति मवेशी खर्च होने वाली रकम को ₹3.30 से बढ़ाकर ₹20 करने का निर्णय लिया था. पिछली सरकार में 1000 गौशालाओं के निर्माण को मंजूरी दी गई थी, किन्तु मौजूदा सरकार ने महकमें का बजट घटाकर एक करोड़ 60 लाख कर दिया है. साथ ही गाय के चारे में भी बड़ी कटौती की है.
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पूर्व मंत्री सिंह ने गाय और गौशाला के बजट में कमी के मामले पर गवर्नमेंट को गिरते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है. वहीं, कांग्रेस के आरोपों पर भाजपा ने हमला किया है. राज्य के पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने कांग्रेस पर जवाबी हमला बोलते हुए कहा है कि कांग्रेस सरकार ने 3000 गौशाला बनाने का ऐलान किया था, लेकिन 1000 गौशालाओं का निर्माण भी पूरा नहीं हो सका है और अब शिवराज सरकार गौशालाओं का निर्माण करने का कार्य करेगी. महकमें के बजट को लेकर मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने बताया है कि बजट को लेकर वित्त मंत्री से मंत्रणा हुई है और गौशालाओं के लिए बजट में कमी दर्ज की गई है.
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