इंदौर: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के घोषणा पत्र में राज्य की सरकारी इमारतों और परिसरों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की शाखाओं पर पाबंदी लगाने की घोषणा करने के बाद इस मुद्दे को लेकर राजनीति तेज़ हो गई है. भाजपा ने इसका कड़ा विरोध किया है. कांग्रेस के घोषणापत्र में आरएसएस की शाखा को बंद करने का जिक्र होने पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने पलटवार करते हुए कहा, कांग्रेस का सिर्फ एक ही लक्ष्य है कि न शाखा चलने दी जाए, न मंदिर बनने दिया जाए.
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भाजपा प्रवक्ता और भोपाल से सांसद आलोक संजर ने भी इस मुद्दे पर कांग्रेस को घेरते हुए कहा है कि कांग्रेस को संघ के बारे में पहले समझ लेना चाहिए, उसका सूक्ष्म परीक्षण करना चाहिए, उसके बाद कांग्रेस ऐसी बातें नहीं कर पाएगी. संजर ने कांग्रेस के शासकीय भवनों में आरएसएस की शाखा लगाने के आरोप को भी गलत बताया, उन्होंने कहा कि आरएसएस की शाखाएं मैदान और संघ की निजी जगहों में लगती हैं, शासकीय कार्यालयों में नहीं.
मध्यप्रदेश चुनाव: वचन पत्र में कांग्रेस ने किया आरएसएस की शाखा बैन करने का वादा
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने अपनी पार्टी का बचाव करते हुए कहा है कि आरएसएस एक राजनीतिक संगठन है, अगर कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में यह कहा है कि वह मध्य प्रदेश में सत्ता में आने के बाद शाखाओं को बंद करा देगी, तो पार्टी ने कोई गलत वादा नहीं किया है.
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