बालाघाट: देश के पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर अब चुनाव आयोग और प्रशासन ने पूरी तरह से तैयारी कर ली है। जानकारी के अनुसार बता दें कि बालाघाट जिले के जंगलों में बिना वर्दी घूम रहे नक्सली पुलिस और प्रशासन के लिए सिरदर्द बन गए हैं। यहां बता दें कि इधर शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए पुलिस जंगल में फोर्स बढ़ा रही है। तो वहीं दूसरी तरफ बड़ी वारदात के मंसूबे लेकर नक्सली भी जंगल में अपनी ताकत बढ़ा रहे हैं।
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यहां बता दें कि नक्सली वारदात की फिराक में जगह-जगह विस्फोटक छिपा रहे हैं। इसके साथ ही बिना वर्दी के घूम रहे नक्सलियों को पहचानना पुलिस के लिए मुश्किल हो रहा है। ग्रामीणों के बीच नक्सलियों की मौजूदगी से खतरा बढ़ गया है। यहां बता दें कि जिले में शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए प्रशासन द्वारा कड़े सुरक्षा इंतजाम किए जा रहे हैं। वहीं सुरक्षा बढ़ाने के लिए कई राज्यों से अतिरिक्त बल बुलाकर तैनात किया गया है। इसके बावजूद जंगल में नक्सलियों की मौजूदगी बढ़ती जा रही है।
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गौरतलब है कि इन दिनों विस्तार दलम के साथ मलाजखंड व परसवाड़ा दलम ही नहीं प्लाटून 55 भी सक्रिय है। इसके अलावा बता दें कि पुलिस भले ही इस बात से इनकार कर रही है, लेकिन लगातार जंगलों से नक्सलियों की उपस्थिति के निशान मिल रहे हैं। लिहाजा लांजी, बैहर, परसवाड़ा विधानसभा में नक्सली चहलकदमी बढ़ने से प्रशासन की मुसीबत बढ़ती जा रही है। वहीं माना जा रहा है कि नक्सली चुनाव में खलल डाल सकते हैं। एहतियातन में जंगल में फोर्स तैनात करने के साथ ही पुलिस ने सर्चिंग भी बढ़ा दी है।
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