ग्वालियर: मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले माधोगंज क्षेत्र के गुढ़ा में नकली नोट का कारोबार तेजी से पनप रहा था। नकली नोट छापने वाले किराए का कमरा लेकर नोट छापते थे, लेकिन अधिक दिनों तक यह कार्य नहीं कर पाए। पुलिस को भनक लग गई तो इनके ठिकाने पर दबिश दे डाली। घटनास्थल से दो लोगों को पकडा। कमरे की तलाशी ली तो 500 और 100 के नकली नोट के अलावा नोट छापने के लिए स्कैनर, प्रिंटर ऑर बॉण्ड पेपर भी पाए गए थे।
SSP अमित सांघी को मुखबिर से खबर मिली थाना माधोगंज क्षेत्रान्तर्गत कृष्णा कॉलोनी गुढ़ा में कुछ लोग 500 और 100 रूपये के नकली नोट का कारोबार मार्केट में तेजी से बढ़ रहा है। इस पर एएसपी क्राइम राजेश डण्डोतिया को पर्दाफाश करने की जिम्मेदारी दे दी गई। सीएसपी मुरार ऋषिकेश मीणा, सीएसपी लश्कर षियाज़ के.एम.,के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी क्राईम ब्रांच निरीक्षक दामोदर गुप्ता व थाना प्रभारी माधोगंज निरीक्षक महेश शर्मा द्वारा थाना क्राईम ब्रांच व थाना माधोगंज पुलिस की संयुक्त टीम बनाकर कृष्णा कॉलोनी गुढ़ा में तस्दीक के लिए भेज दिया। पुलिस ने एक मकान के अन्दर जाकर देखा तो वहां पर दो लोग मिले तथा कमरे अन्दर ही कलर पिंटर, डेस्कटॉप, स्केनर तथा बॉण्ड पेपर भी रखे हुए थे। पूछताछ की तो एक ने अपना ने अपना नाम वंटी कुशवाह कहा है। कमरे में मिले दोनों संदिग्धों की तलाशी लेने पर उनके पास से पुलिस टीम को 500-500 के 12 नकली नोट तथा 100-100 रूपये के 11 नकली नोट जब्त भी कर लिए गए। पकड़े गये आरोपित थाना पुरानी छावनी व थाना थाटीपुर इलाके के रहने वाले हैं।
पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि 15 दिन पहले ही दोनों ने किराये का कमरा लेकर नकली नोट बनाने का काम शुरू किया था। हालांकि वह इस बात से हैरान की वह अपना काम इतनी सावधानी से करते थे कि किसी को भी इस बात का पता नहीं चल पाटा था। लेकिन ये बात कानून से कब तक छुप सकती थी, और फिर पुलिस ने छापा मार दिया।
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