नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में सियासी घमासान का अभी कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया है। बुधवार को लंबी बहस के बाद गुरुवार को फिर से सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई शुरू हो गई है। इस दौरान विधानसभा स्पीकर ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि अदालत बागी विधायकों के इस्तीफे पर फैसला लेने के लिए उन्हें दो हफ्ते जितना पर्याप्त समय दे।
स्पीकर की इस मांग पर मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और भाजपा के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उन्हें और समय क्यों चाहिए? हॉर्स ट्रेंडिंग में शामिल होने के लिए? अब वे जानते हैं कि उनके पास संख्याबल नहीं है। यह कुछ और ट्रांसफर करने का बहाना है। वहीं सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा कि मध्य प्रदेश में हम जल्द फ्लोर टेस्ट चाहते हैं। जोड़-तोड़ को बढ़ावा नहीं मिलना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने सवाल किया कि क्या विधानसभा अध्यक्ष बागी विधायकों से वीडियो कोन्फ्रेंस के माध्यम से मुलाकात कर फैसला ले सकते हैं?
इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने अदालत से कहा कि वह ऐसा नहीं कर सकते। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यदि विधानसभा का सत्र नहीं चल रहा है और सरकार बहुमत खो देती है तो राज्यपाल के पास विधानसभा अध्यक्ष को फ्लोर टेस्ट कराने का निर्देश देने की शक्ति है ।
कोरोना: सिंगापुर एयरपोर्ट पर फंसे भारतीय छात्र, मदद के लिए सीएम उद्धव ने बढ़ाया हाथ
पश्चिम बंगाल : कोरोना वायरस से दशहत का माहौल, सीएम ममता ने किया ये काम
168 ट्रेनों को किया गया रद्द, क्या यात्रियों का पैसा होगा रिफंड ?