भोपाल: एमपी में विधानसभा की खाली सीटों के लिए उपचुनाव होने हैं। उपचुनाव को सूबे की सत्ता का सेमीफाइनल माना जा रहा है। ऐसे में सत्ताधारी बीजेपी तथा ज्योतिरादित्य सिंधिया तथा उनके सपोटर्स की बगावत की वजह से सत्ता से बेदखल होने वाले कांग्रेस के पूर्व सीएम कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज पर करारा वार किया।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि शिवराज कह रहे हैं कि कृषको का कर्ज दस दिन में माफ नहीं किया। शिवराज आप इतने नालायक तो नहीं हैं कि ये भी न हो कि 53 लाख का कर्जा माफ करने की कार्रवाई कैसे होगी। उन्होंने 26 लाख कृषकों का कर्जा माफ करने का दावा करते हुए कहा कि हमने फसल ऋण माफ किए थे। ट्रैक्टर क्रय करने के लिए अथवा घर बनवाने को लिए गए कर्ज माफ नहीं किए थे। आयकर तथा जीएसटी देने वालों के कर्ज माफ नहीं किए थे।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हम COVID-19 से लड़ने की तैयारी कर रहे थे तथा तब बीजेपी इलेक्शन लड़ने की तैयारी कर रही थी। शिवराज हमेशा अपनी जेब में नारियल लेकर घूमते हैं, चुनाव के वक़्त दोनों जेब में नारियल होता है। उन्होंने चीन से तनाव को चुनावी स्टंट बताया तथा कहा कि लोकसभा इलेक्शन के वक़्त पाकिस्तान से विवाद चल रहा था, अब उपचुनाव तथा बिहार के विधानसभा इलेक्शन होने हैं तो चीन से विवाद चल रहा है। यह असली मामलों से जनता का ध्यान भटकाने का प्रयास है। कमलनाथ ने साथ ही यह भी कहा कि वे सीएम पद के प्रत्याशी न 2018 के विधानसभा इलेक्शन में थे, न अब हैं। इसी के साथ पूर्व सीएम ने अपनी बात कही है।
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