नीमच : जब से एमपी में किसान आंदोलन हुआ है उसके बाद से राज्य में किसानों द्वारा आत्महत्या किये जाने के मामलों में अचानक तेजी आ गई है.पिछले 11 दिनों में 12 किसानों ने ख़ुदकुशी कर ली है और यह सिलसिला अभी थमा नहीं है.
मिली जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटों में विदिशा, नीमच और सीहोर में किसानों द्वारा खुदकुशी किये जाने का मामला सामने आया है.विदिशा के सायर बमोरा में कर्ज से परेशान किसान जीवन सिंह मीणा ने पेड़ से लटककर आत्महत्या कर ली. वहीं सीहोर के गांव जमोनियाखुद में किसान बंसीलाल मीणा ने फांसी लगा ली. किसान पर 9 लाख का कर्ज था. जबकि तीसरी घटना नीमच की सामने आई है, जहां पिपलियाव्यास में 65 वर्षीय किसान प्यारेलाल ने खेत में पेड़ से लटक कर जान दे दी, मृतक के बेटे के अनुसार उनपर पिछले दो साल से बैंक का ढाई लाख रुपये बकाया था.बैंक वाले उन्हें परेशान कर रहे थे. उनकी बेटी ने बताई कि उनकी भाभी ने परिवार पर दहेज प्रताड़ना का केस लगा रखा है. इसलिए पुलिस लगातार उनके पिता को परेशान कर रही थी और रुपयों की मांग कर रही थी. इससे परेशान होकर ही पिता ने खुदकुशी कर ली. इस मामले में पुलिस जांच कर रही है.
बता दें कि 17 जून को धार में भी एक और किसान जगदीश (35 )ने कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली थी. जगदीश पर बैंक ऑफ इंडिया का डेढ़ से दो लाख रुपए का कर्ज था. पिछले 11 दिनों में प्रदेश में करीब 12 किसानों ने कर्ज से तंग आकर आत्महत्या की है.इस कारण अब एमपी भी महाराष्ट्र के बाद सुर्ख़ियों में आ गया है.
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